अफगानिस्तान के हालातों को देखते हुए आईआईटी बॉम्बे ने अफगान छात्रों के लिए इस साल एडमिशन टालने का फैसला किया है. भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) बॉम्बे इस साल अफगान छात्रों के प्रवेश को एक वर्ष के लिए टालने के लिए तैयार है. इससे पहले, IIT बॉम्बे ने इन छात्रों को अपने मुंबई में पढ़ने के लिए आने की अनुमति देने का फैसला किया था.
IIT बॉम्बे ने अपने बयान में कहा कि अफगानिस्तान में स्थिति बहुत तेजी से बदली है. छात्रों ने हमें बताया कि उनके देश में सरकार बदल गई है और उनके पास इंटरनेट की पहुंच नहीं हो सकती है. ये छात्र महत्वपूर्ण हैं क्योंकि वे अपने राष्ट्र के निर्माण में मदद कर सकते हैं. इसलिए हम उनके प्रवेश को एक साल के लिए स्थगित करने के लिए तैयार हैं. अब ये छात्र एक साल बाद कॉलेज में शामिल हो सकते हैं.
संस्थान के अनुसार, इन छात्रों को इस वर्ष भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद (आईसीसीआर) की छात्रवृत्ति के तहत एम-टेक कार्यक्रम में नामांकित किया गया था. इनमें से कुछ छात्र इलेक्ट्रिकल और कुछ मैकेनिकल स्ट्रीम में थे. ये छात्र ICCR प्रायोजित छात्र थे, ICCR मुंबई कार्यालय छात्रों को वीजा जारी करने के लिए काबुल में भारतीय दूतावास के साथ मिलकर काम कर रहा था. इस कार्यक्रम के दो छात्र पहले से ही भारत में हैं.
जैसे ही तालिबान ने अफगानिस्तान पर नियंत्रण किया, कई चीजें बदल सकती हैं. वहां के वाणिज्य दूतावास बंद हो सकते हैं. इसलिए छात्रों ने अनुरोध किया था कि क्या उनके प्रवेश में देरी हो सकती है. संस्थान ने कहा कि हम उनके अनुरोध पर सहमत हुए हैं क्योंकि ये अफगान छात्र, हमारे अन्य पूर्व छात्रों की तरह, IIT-B में अपने प्रशिक्षण के माध्यम से, अपने देश के विकास में महत्वपूर्ण नेतृत्व की भूमिका निभाएंगे.
चौधरी ने कहा कि प्रवेश को स्थगित करने के लिए उन्हें शिक्षा मंत्रालय से अनुमति की आवश्यकता हो सकती है और साथ ही उन्हें इन छात्रों को वीजा की सुविधा के लिए विदेश मंत्रालय को सूचित करना होगा.