आईआईटी आईएसएम धनबाद (IIT ISM Dhanbad) ने मानसून सेमेस्टर से 214 छात्र-छात्राओं को बर्खास्त कर दिया है. इस कार्रवाई ने छात्रों की परेशानी बढ़ा दी है. आईएसएम की ओर से ये अब तक की बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है. बर्खास्त छात्रों की सूची में बीटेक स्टूडेंट्स के साथ ही पीएचडी, एमटेक, डुएल डिग्री वाले छात्र भी शामिल हैं. इन छात्रों ने आईएसएम की ओर से दिए गए नोटिस के आलोक में छात्रों ने कोई जवाब नहीं दिया. जिसके बाद यह कार्रवाई की गई है.
क्या है मामला?
दरअसल, डीन एकेडमिक ने कार्यालय आदेश के साथ शैक्षणिक विषय में बर्खास्त किए गए विद्यार्थियों की लिस्ट निकाली है. इनमें 129 छात्र-छात्राएं शामिल हैं. इन छात्रों की ओर से प्री- रजिस्ट्रेशन कराया गया, लेकिन उन्होंने शुल्क जमा नहीं किया.
इसके साथ ही 85 छात्रों ने मानसून सत्र 2020-21 में प्री-रजिस्ट्रेशन नहीं कराया. बीटेक के छात्र-छात्राओं के अलावा इसमें जूनियर रिसर्च फेलोशिप के छात्र भी शामिल हैं. 16 दिसंबर तक का समय डीन एकेडमिक ने छात्रों को दिया है. वेबसाइट पर इन्हें फॉर्म ए-5 भरने का आदेश दिया गया है. इसके बाद ही सीनेट उनकी बर्खास्तगी वापस लेने पर विचार करेगी.
धनबाद के सांसद का बयान
वहीं, इस पूरे मामले पर धनबाद के सांसद पीएन सिंह ने कहा है कि वो आईआईटी आईएसएम के डायरेक्टर से बात करेंगे और इस मामले में समाधान निकालेंगे. उन्होंने कहा कि ये 214 छात्रों के भविष्य का सवाल है इसलिए इस मामले में समाधान होना चाहिए.
बताया जा रहा है कि पहली बार संस्थान की ओर से इस तरह कोई कड़ा एक्शन लिया गया है. फिलहाल संस्थान का यह फैसला छात्र-छात्राओं के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है. दावा है कि बर्खास्त किए गए छात्रों व स्कॉलर ने प्री-रजिस्ट्रेशन नहीं कराया था, यही नहीं कइयों ने तो प्री-रजिस्ट्रेशन के बाद सेमेस्टर फीस भी जमा नहीं की थी.
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