आईआईटी जोधपुर ने फ्यूचरेंस टेक्नोलॉजीज़ के साथ मिलकर डाटा साइंस और इंजीनियरिंग में एक PG डिप्लोमा लॉन्च किया है. इस उच्च स्तरीय कोर्स को IIT जोधपुर के टॉप फैकल्टी द्वारा डिजाइन किया गया है, जिसमें ग्लोबल प्रोफेसर ऑफ प्रैक्टिस, टॉप सीएक्सओ और डेटा साइंस और इंजीनियरिंग के प्रैक्टिस हेड्स के इनपुट शामिल हैं. इस प्रोग्राम में 35 अंक एकेडमिक क्रेडिट भी मिलेंगे जिससे IIT जोधपुर के Mtech डिग्री में सीधे इस्तेमाल किया जा सकेगा.
IITian बनने का मौका
यह प्रोग्राम छात्रों को एक मौका देगा ताकि वे आईआईटी अलुमनाई का स्टेटस लेने के साथ एक आईआईटीयन बन सकें और आईआईटी-जे एम.टेक डिग्री प्रोग्राम के लिए क्रेडिट ट्रांसफर कर सकें. इसमें वे इसे दो साल के बजाय एक साल में पूरा कर सकते हैं. इससे छात्रों का समय बचता है और उनकी एम.टेक फीस कम होती है, क्योंकि वे पीजीडी प्रोग्राम के माध्यम से पहले से ही अधिकतम क्रेडिट पूरा कर चुके होते हैं.
मिलेगा कैंपस में रहने का मौका
इस 12 महीने के पीजी डिप्लोमा प्रोग्राम में आईआईटी जोधपुर के प्रतिष्ठित फैकल्टी द्वारा 300+ लर्निंग घंटों का आयोजन किया जाएगा और टॉप इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स द्वारा मास्टरक्लास के माध्यम से भी शिक्षा दी जाएगी. इसके अलावा, छात्रों को लगभग 30 दिनों के लिए कैंपस में रहने का भी अनुभव मिलेगा. इस प्रोग्राम में छात्रों को डेटा साइंस, मशीन लर्निंग इंजीनियरिंग और डेटा इंजीनियरिंग की दुनिया के वास्तविक और भविष्य के अनुप्रयोगों का सही अनुभव मिलेगा.
यह प्रोग्राम 1 अगस्त, 2023 से शुरू होगा. यह कोर्स डेटा साइंस और इंजीनियरिंग के त्वरित विकास के लिए तैयार किया गया है. इस प्रोग्राम का उद्देश्य बड़े डेटा, क्लाउड पर डेटा इंजीनियरिंग, एमएलओप्स, मशीन लर्निंग और एआई में बड़ी डिमांड वाले स्किल को निखारना है. इस प्रोग्राम के शुभारंभ पर आईआईटी जोधपुर के निदेशक प्रोफेसर शांतनु चौधरी ने कहा, 'डेटा साइंस और डेटा इंजीनियरिंग कुछ सबसे अधिक मांग वाले स्किल्स के रूप में सामने आए हैं, लेकिन एक कुशल कार्यबल उद्यम के लिए कुशल श्रमिक की कमी का सामना करना पड़ रहा है. आईआईटी जोधपुर में हमने एक व्यापक प्रोग्राम विकसित किया है जो इस कौशल की कमी को भरने और काम करने वाले व्यावसायिकों को उनकी करियर में आगे बढ़ने में मदद करने का लक्ष्य रखता है.'
फ्यूचरेंस टेक्नोलॉजीज़ के सह-संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी राघव गुप्ता ने कहा, 'मैं आईआईटी जोधपुर के साथ इस साझेदारी को लेकर लिए उत्साहित हूं. इस पाटर्नरशिप का उद्देश्य हमारे देश में प्रतिभावान व्यक्तियों के लिए आईआईटी के सपने की पहुंच को बढ़ाना है.' माइल्स-फ्यूचरेंस ग्रुप के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर विकास गुप्ता ने कहा, 'हम वास्तविक दुनिया के प्रोजेक्ट्स पर आधारित पर्सनल शिक्षण अनुभव प्रदान करने में गर्व करते हैं, जो छात्रों को जनरेटिव AI युग की चुनौतियों के लिए तैयार कर रहा है.'
क्या है ये PG डिप्लोमा और है किसके लिए?
ये पीजी डिप्लोमा डेटा फील्ड में करियर बनाने और डेटा साइंस या मशीन लर्निंग में इच्छुक लोगों के लिए डिजाइन किया गया है. यह प्रोग्राम कम से कम 2 वर्ष के प्रोग्रामिंग, सॉफ्टवेयर या टेक्नोलॉजी डोमेन में अनुभव वाले व्यक्तियों के लिए ओपन है. प्रोग्राम के लिए पात्र उम्मीदवारों को एक 4 वर्षीय डिग्री प्रोग्राम से ग्रेजुएट (BTech) होना चाहिए. इंजीनियरिंग, आईटी या कंप्यूटर साइंस में बी.टेक या विज्ञान, गणित या संबंधित विषय में MSc के साथ पोस्ट ग्रेजुएट डिग्री या MCA के साथ कम से कम 60% अंक होना आवश्यक है.
कब और कैसे करें आवेदन
IIT जोधपुर और फ्यूचरेंस ने प्रोग्राम के लिए आवेदन आमंत्रित करना शुरू कर दिया है और पहले आवेदन करने वाले उम्मीदवारों को वरीयता दी जाएगी. स्क्रीनिंग टेस्ट को सफलतापूर्वक पास करना प्रोग्राम में इनरोल होने के लिए आवश्यक है. चयन के बाद, नामांकित उम्मीदवारों को पूरी तरह से प्रायोजित फ्यूचरेंस ब्रिज कोर्स दिया जाएगा, जो प्रोग्राम के आधारभूत सिद्धांतों को कवर करता है. पीजी डिप्लोमा प्रोग्राम को पूरा करने के बाद, उम्मीदवार एक आईआईटी जोधपुर पीजी डिप्लोमा ग्रेजुएट बन जाएंगे, एक आईआईटीयन बन जाएंगे और किसी भी टेस्ट या स्क्रीनिंग के बिना अपने क्रेडिट्स को आईआईटी-जे एम.टेक प्रोग्राम में ट्रांसफर कर सकेंगे.
इतनी होगी फीस
इस कोर्स की फीस 3.10 लाख रुपये है. डेटा साइंस और इंजीनियरिंग के पीजी डिप्लोमा इंजीनियरिंग अब रजिस्ट्रेशन के लिए खुला है. प्रोग्राम के बारे में अधिक जानने और नामांकन करने के लिए IIT जोधपुर की ऑफिशियल वेबसाइट चेक कर सकते हैं.