नेशनल काउंसिल ऑफ एजुकेशन रिसर्च एंड ट्रेनिंग (NCERT) ने सिलेबस में कई बदलाव किए हैं. 12वीं क्लास की राजनीतिक विज्ञान (Political Science) की किताब में कई चीजों को हटाया और जोड़ा गया है. 'बाबरी मस्जिद' को 'तीन गुबंद सरचना' लिखा गया है, आजाद पाकिस्तान शब्द को पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू कश्मीर से बदल दिया गया है, जम्मू और कश्मीर में आर्टिकल 370 को हटाए जाने का भी जिक्र है. हालांकि एनसीईआरटी ने 'इंडिया बनाम भारत' शब्द के इस्तेमाल पर कहा है कि वे दोनों शब्दों को इस्तेमाल करेंगे.
'भारत बनाम इंडिया' इन शब्दों पर बहस बेकार
NCERT प्रमुख दिनेश प्रसाद सकलानी ने कहा कि 'भारत बनाम इंडिया' इन शब्दों पर बहस बेकार है, क्योंकि संविधान दोनों को बरकरार रखता है. उन्होंने आगे कहा कि एनसीईआरटी को अपनी नई किताबों में ‘भारत’ या ‘इंडिया’ का इस्तेमाल करने से कोई परहेज नहीं है.
जो संविधान कहेगा, हम वही मानेंगे: NCERT
समाचार एजेंसी पीटीआई को दिए गए एक इंटरव्यू में सकलानी ने कहा कि अपनी किताबों में हम भारत और इंडिया दोनों शब्द लिखेंगे. जो संविधान कहेगा, हम वही मानेंगे. भारत और इंडिया शब्द इंटरचेंजिएबली तरीके (कभी भारत तो कभी इंडिया) से इस्तेमाल किया जाएगा. हमें दोनों शब्दों से किसी तरह की नापसंदगी नहीं है. हम ये नहीं करेंगे कि या तो इंडिया लिखें या भारत. हम अभी भी दोनों नाम लिख रहे हैं.
जब इंडिया की जगह भारत शब्द इस्तेमाल पर हुई थी बात
NCERT प्रमुख दिनेश प्रसाद सकलानी का यह बयान इसलिए भी हम है, क्योंकि पिछले साल एनसीईआरटी पैनल ने सभी किताबों में इंडिया का नाम बदलकर भारत करने का प्रस्ताव दिया था. पैनल के सदस्यों में से एक सीआई आइजैक ने कहा कि प्रस्ताव मंजूर होने के बाद एनसीईआरटी किताबों के अगले सेट में इंडिया का नाम बदलकर भारत कर दिया जाएगा.
कहां से आया 'इंडिया' शब्द?
NCERT अपने सिलेबस में नई शिक्षा नीति के तहत बदलाव के लिए 19 सदस्यों की एक कमेटी बनाई गई थी. समिति के अध्यक्ष सीआई. आइजैक ने पीटीआई को दिए को दिए इंटरव्यू में कहा था, "समिति ने सर्वसम्मति से सिफारिश की है कि सभी कक्षाओं के छात्रों की पाठ्यपुस्तकों में भारत नाम का इस्तेमाल किया जाना चाहिए. आइजैक ने कहा था कि असल में इंडिया शब्द का आमतौर पर इस्तेमाल ईस्ट इंडिया कंपनी और 1757 के प्लासी के युद्ध के बाद होना शुरू हुआ था. वहीं भारत शब्द का जिक्र विष्णु पुराण जैसे प्राचीन लेखों में मिलता है, जो 7 हजार साल पुराने हैं. समिति ने पाठ्यपुस्तकों में 'एंशिएंट हिस्ट्री' के स्थान पर 'क्लासिकल हिस्ट्री' को शामिल करने की सिफारिश की थी. हालांकि उस समय NCERT ने पैनल के सुझावों पर कोई फैसला नहीं लिया था.