14 अगस्त 1947 को पंडित जवाहर लाल नहरू ने तब के संसद भवन से भारत के आज़ाद हो जाने की घोषणा की. 'ट्रिस्ट विद डेस्टिनी' का भाषण देकर नेहरू ने आज़ादी के बाद के नए भारत का जिक्र किया. हर ओर खुशी की लहर थी. पूरा हिंदुस्तान इस ऐतिहासिक पल का साक्षी बनने संसद भवन पहुंचा था. वो पहली बार था जब भारत की आज़ादी का जश्न मनाया गया. नेहरू ने उस रात जो भाषण दिया वो आज भी 20वीं सदी का सबसे महान भाषण माना जाता है. 15 अगस्त 2024 को भारत एक बार फिर आजादी का जश्न मनाएगा. लोगों के मन में दुविधा है कि आने वाले 15 अगस्त 2024 को आज़ादी की 77वीं सालगिरह होगी या 78वीं. आइए जानते हैं ऐसा क्यों?
इस साल कौन-सा स्वतंत्र दिवस बनाएगा भारत?
देश 15 अगस्त 1947 को आजाद हुआ था और इसके एक साल बाद यानी कि 15 अगस्त 1948 को आजादी की पहली सालगिरह मानई गई. 1948 से 2024 तक देखा जाए तो इस साल भारत आजादी की 77वीं सालगिरह मना रहा है लेकिन भारत को आजाद हुए 78 साल हो चुके हैं. इस साल भारत 78वां आजादी का जश्न मना रहा है.
15 अगस्त 2024 की थीम और सेलिब्रेशन
15 अगस्त 2024 को भारत पूरी तरह से आज़ादी के 78 साल का जश्न मनाने की तैयारी में हैं. हर ओर ज़ोर-शोर से तैयारियां चल रही हैं. इस साल 15 अगस्त की थीम है 'विकसित भारत'. इस थीम का मुख्य उद्देश्य है प्रधानमंत्री द्वारा साल 2047 तक भारत को एक विकसित देश बनाने के सपने को साकार करना. एक ऐसा देश जो सही मायने में हर तरह से आज़ाद हो जाएगा. इसके साथ ही प्रधानमंत्री मोदी द्वारा शुरू किए गए 'हर घर तिरंगा' अभियान को भी 3 साल पूरे हो जाएंगे. इस साल भी हर घर तिरंगा अभियान की शुरुआत 9 अगस्त से शुरू हो चुका है और 15 अगस्त तक चलेगा. इस अभियान को शुरू करने के पीछे सरकार का एकमात्र उद्देश्य था देशवासियों को देश के मान-सम्मान, देश के प्रति लोगों के मनों में देशभक्ति की भावना को जागृत करना.
बता दें कि हर साल की तरह इस बार भी 15 अगस्त को प्रधानमंत्री मोदी लाल किला पर तिरंगा फहराकर पूरे देश को संबोधित करेंगे. पीएम मोदी के तीसरे कार्यकाल का ये पहला स्वतंत्रता दिवस है , इसके साथ ही पीएम मोदी इस साल 15 अगस्त को लाल किला से अपना 11वां संबोधन देंगे. इस संबोधन में पीएम मोदी देश में होने वाले विकास, देश की सभ्यता और संस्कृति पर बात करते हैं. इसके साथ ही देशवासियों के साथ मिलकर उन तमाम शहीदों और क्रांतिकारियों को याद कर उन्हें श्रद्धांजली देंगे.