JEE Main 3rd Attempt: इंजीनियरिंग एंट्रेंस एग्जाम जेईई मेन के 2 सेशन आयोजित हो चुके हैं. NTA कुछ ही समय में सेशन 2 की आंसर-की और रिजल्ट का इंतजार जल्द खत्म होने वाला है. इसी बीच सोशल मीडिया पर एग्जाम की तीसरे अटेम्प्ट की मांग तेजी से उठ रही है. छात्र शिक्षामंत्री और NTA को टैग कर एक और अटेम्प्ट की मांग कर रहे हैं जिसे लेकर अभी तक कोई जवाब नहीं दिया गया है. स्टूडेंट्स अब अपनी मांगों के साथ ट्विटर कैंपेन शुरू करने जा रहे हैं.
#JEEMain2022 should get a fair chance as they have faced alot of problems during both the attempt.
— Himanshu Borah (@UrHimanshuBorah) July 31, 2022
These problems are not student's fault, authorities should give a relief to the aspirants. #ThirdattemptforJEEMains2022#JEEStudentsFutureMatters
क्या है स्टूडेंट्स की शिकायतें
कुछ स्टूडेंट्स रिप्रेजेंटेटिव्स ने आजतक को बताया कि ऑनलाइन परीक्षा में हुई गड़बड़ियों और रिजल्ट को लेकर छात्रों के असंतोष के चलते एक और अटेप्म्ट की मांग की जा रही है. छात्रों की ये शिकायतें हैं.
- स्टूडेंट्स का कहना है कि अग्निपथ स्कीम के देशव्यापी विरोध के दौरान कई इलाकों में धारा 144 लागू की गई थी. छात्रों को एग्जाम सेंटर्स तक पहुंचने में भी भारी समस्या का सामना करना पड़ा था.
- नॉर्थ ईस्ट इंडिया में भारी बारिश और बाढ़ के चलते भी कई स्टूडेंट्स परीक्षा देने से चूक गए हैं.
- स्टूडेंट्स सेशन 1 के रिजल्ट से भी संतुष्ट नहीं हैं. उनका कहना है कि जब प्रोविजनल और फाइनल आंसर की जारी हुई तो उनके स्कोर काफी अच्छे थे, मगर फाइनल रिजल्ट में उनका पर्सेंटाइल खराब हो गया. 250 से अधिक स्कोर वाले स्टूडेंट्स को 70 पर्सेंटाइल मिला है.
- आखिरी समय पर डेट और एग्जाम सेंटर में बदलाव होने से भी कई परीक्षार्थी एग्जाम नहीं दे पाए हैं.
- अपनी रिस्पांस शीट में गड़बड़ी की समस्या भी छात्र गिना रहे हैं. उनका कहना है कि एग्जाम में उन्होंने जवाब कुछ और दिया था जबकि रिस्पांस शीट में जवाब कुछ और दर्ज होकर दिख रहा है.
- कई सेंटर्स पर सर्वस सही तरह से अपलोड नहीं हुआ था. ऐसे में सवालों को पूरा स्क्रॉल करना मुश्किल हो रहा था और बहुत से स्टूडेंट्स के स्क्रीन पर सवाल अपलोड ही नहीं हो रहे थे.
क्या है स्टूडेंट्स की मांग
स्टूडेंट्स का कहना है कि उन्हें परीक्षा का एक और अटेम्प्ट मिलना चाहिए. इसके अलावा NTA को इस बार परीक्षा में हुई गड़बड़ियों को भी दूर करना चाहिए. सभी स्टूडेंट्स को एक समान मौका देने के लिए यह जरूरी है कि परीक्षा एक बार और आयोजित की जाए.