scorecardresearch
 

JNU ने इंस्टीट्यूट ऑफ एमिनेंस बनने की तरफ बढ़ाया कदम, कुल‍पति ने दी जानकारी

वाइस चांसलर शांतिश्री धूलिपुदी पंडित ने गुरुवार को कहा कि जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) ने इन्फ्रास्ट्रक्चर को बढ़ाने के लिए इंस्टीट्यूट ऑफ एमिनेंस टैग के लिए आवेदन किया है. उन्होंने कहा कि प्रशासन की फंडिंग से थिंक टैंक, एक पब्ल‍िश‍िंग यूनिट और एक किताबों की दुकान शुरू करने की योजना है.

Advertisement
X
जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय
जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय

जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय ने इस महीने की शुरुआत में इंस्टीट्यूट ऑफ एमिनेंस के दर्जे के लिए आवेदन किया था. वाइस चांसलर शांतिश्री धूलिपुदी पंडित ने गुरुवार को कहा कि जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) ने इन्फ्रास्ट्रक्चर को बढ़ाने के लिए इंस्टीट्यूट ऑफ एमिनेंस टैग के लिए आवेदन किया है. उन्होंने कहा कि प्रशासन की फंडिंग से थिंक टैंक, एक पब्ल‍िश‍िंग यूनिट और एक किताबों की दुकान शुरू करने की योजना है. 

Advertisement

TOI की र‍िपोर्ट के अनुसार कुलपति ने बताया है कि हमने नवंबर के पहले सप्ताह में एमिनेंस टैग के लिए आवेदन किया था. यह एक बहुत बड़ा दस्तावेज है और हम सभी को बोर्ड पर लाना चाहते थे, इसलिए हमने सभी स्कूलों को शामिल किया. हम शिक्षकों और छात्रों के लिए एक क्लब भी बना सकते हैं जहां लोग आराम कर सकें. लाइब्रेरी भी ऐसी चीज है जिस पर मैं काम करना चाहती हूं. मैं विश्वविद्यालय को बेहतर बुनियादी ढांचे के में ढालना चाहती हूं. कुलपति ने कहा कि कर्मचारी और छात्र बहुत सहयोगी और सहायक रहे हैं, जिससे रैंकिंग में सुधार करने में भी मदद मिली है. 

हाल के दिनों में छात्रावास के बुनियादी ढांचे से संबंधित शिकायतों का उल्लेख करते हुए, पंडित ने कहा कि केंद्र सरकार इस मामले में सहायक रही है, जबकि विश्वविद्यालय "कैश-स्ट्रैप्ड" है. कुलपति ने कहा कि विश्वविद्यालय छात्रावासों के लिए फ्लाइंग स्क्वैड बनाने की योजना बना रहा है. हम निजी खिलाड़ियों को भी देख रहे हैं, लेकिन हमने छात्रावास के बुनियादी ढांचे में सुधार पर काम शुरू कर दिया है. वर्तमान में हमारे पास कमरों से अधिक छात्र हैं, इसलिए हम स्थानीय छात्रों को छात्रावास आवंटित करने में असमर्थ हैं. हमारे पास लगभग 10,000 छात्र हैं, लेकिन सीटें कम हैं. 

Advertisement

 

 

Advertisement
Advertisement