कश्मीर मुद्दे पर एक बार फिर पाकिस्तान की किरकिरी हुई है. बीते शुक्रवार पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाद शरीफ ने यूनाइटेड नेशनल जनरल असेंबली (UNGA) में जम्मू-कश्मीर का मुद्दा उठाया था. तब राइट ऑफ रिप्लाई के दौरान भारतीय राजनयिक भाविका मंगलनंदन ने यूएन की महासभा (यूएनजीए) के सामने शहबाज शरीफ के संबोधन को "सबसे खराब पाखंड" बताया. उन्होंने दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र भारत पर हमला करने के लिए पाकिस्तान को आड़े हाथों लिया. पाकिस्तानी पीएम को तीखे जवाब देने के बाद भाविका सोशल मीडिया पर छा गई हैं.
पाकिस्तान के पीएम ने यूएन में क्या कहा था?
अपने 20 मिनट के संबोधन के दौरान पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने भारत से अनुच्छेद 370 को हटाने के फैसले को पलटने को कहा ताकि "स्थायी शांति सुनिश्चित हो सके." उन्होंने भारत को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा प्रस्तावों और "कश्मीरी लोगों की इच्छाओं" के अनुसार जम्मू-कश्मीर मुद्दे के शांतिपूर्ण समाधान के लिए बातचीत शुरू करने का सुझाव भी दिया.
भाविका मंगलनंदन ने पाकिस्तानी पीएम को दिया कड़ा जवाब
भाविका मंगलनंदन ने शहबाज शरीफ को जवाब देते हुए कहा कि पाकिस्तान पूरी दुनिया में आतंकवाद और नशीले पदार्थ की तस्करी के लिए बदनाम है. उन्होंने कहा, "सेना के बल पर चलने वाला देश, जो आतंकवाद और नशीले पदार्थों की तस्करी के लिए बदनाम है. वह दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र पर हमला करने का दुस्साहस कर रहा है. सच्चाई यह है कि पाकिस्तान हमारे क्षेत्र पर नजर गढ़ाए हुए है और जम्मू और कश्मीर में चुनावों को बाधित करने के लिए लगातार आतंकवाद का इस्तेमाल किया है. जम्मू-कश्मीर भारत ही अभिन्न अंग है और रहेगा."
भाविका मंगलनंदन ने कहा, 'यह हास्यास्पद है कि एक ऐसा देश जिसने 1971 में नरसंहार किया और जो अपने अल्पसंख्यकों पर लगातार अत्याचार करता है, वह आज भी असहिष्णुता और भय के बारे में बोलने की हिम्मत करता है। दुनिया खुद देख सकती है कि पाकिस्तान वास्तव में क्या है.' उन्होंने ओसामा बिन लादेन की मेजबानी करने और भारत सहित दुनिया भर में आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए पाकिस्तान की आलोचना की.
सोशल मीडिया पर छाईं भाविका मंगलनंदन
पाकिस्तानी पीएम शहबाज शरीफ को तीखे जवाब देने के बाद भाविका मंगलनंदन सोशल मीडिया छा गई हैं. दुनियाभर के लोग उनकी तारीफ कर रहे हैं. एक यूजर ने लिखा, 'UN में भाविका मंगलनंदन की साहिसिक प्रतिक्रिया भारत के लिए गर्व का क्षण था, जिसमें उन्होंने मजबूती से खड़े होकर अपने देश की सच्चाई का बचाव किया है." साथ ही एक यूजर ने लिखा, 'UNGA में भारतीय राजनयिक भाविका मंगलनंदन के भाषण के लिए उन्हें बधाई, जिसमें उन्होंने आतंकवाद को समर्थन देने, चुनाव में धांधली करने और अन्य मामलों में पाकिस्तानी प्रधानमंत्री की आलोचना की."
कौन हैं भाविका मंगलनंदन?
भाविका मंगलनंदन एक भारतीय राजनयिक हैं. वह संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थायी प्रतिनिधि हैं. वे 2015 की IFS ऑफिसर हैं. उन्होंने विदेश मंत्रालय में अवर सचिव के पद पर भी काम किया है. अभी वे संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी मिशन में आतंकवाद-रोधी और साइबर सुरक्षा, प्रथम समिति (निरस्त्रीकरण और अंतरर्राष्ट्रीय सुरक्षा) में भारत की पहली सचिव के तौर पर काम करती हैं.
लिंक्डइन बायो के अनुसार, मंगलनंदन ने साल 2011 में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, दिल्ली (IIT-Delhi) से एनर्जी स्टडीज में मास्टर डिग्री प्राप्त की. उन्होंने जून 2011 से अक्टूबर 2012 तक Schneider Electric में एक सीनियर इंजीनियर मार्केटिंग के रूप में भी काम किया है. इससे पहले, उन्होंने नवंबर 2007 से जून 2009 तक टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) में असिस्टेंट सिस्टम इंजीनियर के रूप में भी काम किया था.