कोटा के जवाहर नगर थाना क्षेत्र से तीन दिन से लापता कोचिंग छात्र को मानव तस्करी विरोधी यूनिट ने सोमवार को मथुरा जीआरपी की मदद से दस्तयाब किया है. टीम ने छात्र को बुधवार को कोटा लाकर जवाहर नगर पुलिस के हवाले किया. कोटा सिटी एसपी डॉ.अमृता दूहन ने बताया कि 28 अप्रैल को डिकैन जिला नीमच एमपी निवासी फरियादी ने जवाहर नगर पुलिस थाने पर रिपोर्ट दी थी. इसमें बताया था कि उसका 17 वर्षीय पुत्र जो तलमंडी के हॉस्टल में रहकर निजी कोचिंग से नीट की तैयारी कर रहा था. 28 अप्रैल को रात्रि में वार्डन व हॉस्टल मालिक को बिना बताए रूम से निकल गया. उसका मोबाइल भी बंद है. रिपोर्ट पर जवाहर नगर पुलिस ने धारा 363 आईपीसी में प्रकरण दर्ज किया और तलाश प्रारंभ की.
सुबह 4:00 बजे दिल्ली की ट्रेन से जाने के मिले थे साक्ष्य
छात्र के संबंध में तकनीकी आसूचना संकलन की एवं उक्त छात्र के 29 अप्रैल को सुबह 4:00 बजे कोटा जंक्शन पर आकर कोटा से दिल्ली की तरफ जाने वाली ट्रेन में बैठकर जाने के साक्ष्य प्राप्त किए. गुमशुदा छात्र ने मित्रों व परीचितों से कोई संपर्क नहीं किया और मोबाइल भी बंद कर लिया. बैंक खाता व सोशल मीडिया अकाउंट का भी उपयोग नहीं किया, कांस्टेबल दिनेश ने स्वयं के निजी संपर्कों से छात्र के मथुरा स्थित प्रेम मंदिर एवं वृंदावन होने की तस्दीक कर्रवाई एवं मुखबिरो एवं मथुरा पुलिस व जीआरपी से सहयोग प्राप्त किया. दिनेश ने छात्र की गतिविधियों पर निगरानी रखवाई एवं 30 अप्रैल को छात्र के रेलवे स्टेशन मथुरा के बाहर घूमते हुए के साक्ष्य मिलने पर जीआरपी मथुरा से संपर्क किया और छात्र को दस्तयाब करवाया छात्र को मंगलवार को मथुरा से दस्ताव किया और फिर रात को कोटा लाया गया.
छात्र के पिता ने कहा कि बेटा लापता होने के बाद नीमच से पूरा परिवार कोटा आ गया था. अब बेटे के दस्ताव होने के बाद सभी परिवारजन खुश है. थानाधिकारी गोपाल लाल ने बताया कि बालक से काउंसलिंग करने पर सामने आया कि पढ़ाई को लेकर काफी समय से मानसिक रूप से परेशान था इस वजह से कोटा छोड़ कर गया था. छात्र की बाल कल्याण समिति में भी उक्त छात्र की काउंसलिंग होगी.