scorecardresearch
 

Rajasthan: कोस्ट गार्ड की परीक्षा में नकल कराने वाले गैंग का पर्दाफाश, 6 आरोपी गिरफ्तार 

कोटा के विज्ञान नगर पुलिस ने इंडियन कोस्ट गार्ड परीक्षा में नकल करवाने वाले नकल गिरोह का पर्दाफाश कर दिया है. इस मामले में पुलिस ने आधा दर्जन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. हालांकि, गिरोह का सरगना झुंझुनू का रहने वाला अमित भास्कर है, जो अभी फरार बताया जा रहा है. उसकी तलाश में पुलिस दबिश दे रही है.

Advertisement
X
पुलिस की गिरफ्त में आए सॉल्वर गैंग के सदस्य.
पुलिस की गिरफ्त में आए सॉल्वर गैंग के सदस्य.

कोस्ट गार्ड एंड्रॉयड पर्सनल टेस्ट यानी CGEPT के पेपर को सॉल्व करवाने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए 6 जालसाजों को कोटा पुलिस ने गिरफ्तार किया है. बाकायदा SIT का गठन करने के बाद इन आरोपियों की गिरफ्तारी की गई है. आरोपियों से रिमांड में पूछताछ की जा रही है. पुलिस ने बताया कि इन सभी बदमाशों से पूछताछ में कई चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं.

Advertisement

इंडियन कोस्ट गार्ड एनरोल्ड पर्सनल टेस्ट में नकल का खेल चल रहा था. कंप्यूटर लैब को पहले किराए पर लिया जाता था. इसके बाद ऐप को हैक करके नकल का खेल शुरू हो जाता था. एएसपी नियती शर्मा ने बताया कि टावर आईटी पार्क स्थित राजीव गांधी कंप्यूटर साक्षरता मिशन की लैब तथा सर्वर रूम को जांच के बाद सील कर दिया गया है. कॉल लॉग को पेन ड्राइव में लिया गया है. इसकी हर तरह से जांच कराई जा रही है.

‘सॉरी पापा इस बार भी मेरा सिलेक्शन नहीं हो पाएगा,’ कोटा में एक और छात्र ने किया सुसाइड

गिरोह का सरगना अभी है फरार 

लैब संचालक मौके पर नहीं मिला है. हालांकि, आरोपियों के मोबाइल और एक कार क्रेटा जब्त की गई है. पूछताछ में सामने आया है कि चिड़ावा जिला झुंझुनू का रहने वाला अमित भास्कर गिरोह का मुख्य सरगना है. उसकी तलाश की जा रही है. आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया, वहां से 5 दिन की रिमांड मिली है. 

Advertisement

10-15 लाख रुपए में करते थे पेपर सॉल्व

आरोपी अभ्यर्थियों से पेपर सॉल्व करवाने या लीक करने के बदले में 10 से 15 लाख रुपये वसूल करते थे. इसके बाद रिमोट एक्सेस के जरिए पेपर सॉल्व करवाते थे. पुलिस ने इस मामले में 38 साल के आरोपी अशोक जाट,  29 साल के संदीप बुलालिया, 24 साल के प्रतीक गजराज, 32 साल के रणवीर सिंह, 29 साल के अशोक यादव और 21 साल के राहुल जाकर को मंगलवार को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया. कोर्ट ने आरोपियों की 5 दिन रिमांड दी है. 

कोटा पुलिस को इनके पास से एडमिट कार्ड, पेपर और कई इलेक्ट्रिक डिवाइस और मोबाइल मिले हैं. इसमें पेपर सॉल्व करवाने से लेकर कई बड़े तथ्य पुलिस की अब तक की पूछताछ में सामने आ चुके हैं. पुलिस ने बताया कि CGEPT का पेपर 20 और 21 अप्रैल को था. सभी आरोपी 19 अप्रैल को कोटा आए थे और इसके बाद उन्होंने नकल का खेल शुरू करने के लिए कंप्यूटर लैब किराए पर ली थी. 

मुखबिर से मिली सूचना पर हुई गिरफ्तारी 

पुलिस अधीक्षक डॉक्टर अमृता दुहन ने बताया कि 23 अप्रैल 2024 को सूचना मिली थी कि राजधानी टावर आईटी पार्क के पास कुछ लोग संदिग्ध अवस्था में घूम रहे हैं. बताया गया था कि ये लोग पेपर लीक गिरोह के सदस्य हो सकते हैं. सूचना की तस्दीक करने पर संदिग्ध अवस्था में एक गाड़ी राजधानी टावर से आगे रोड की साइड में खड़ी दिखाई दी. इसमें कुछ लोग बैठे हुए थे, जिनका नाम पता पूछा सामने आया कि लोग इंडियन कोस्ट गार्ड के पेपर की परीक्षा में पेपर लीक करने के लिए कोटा आए थे. 

Advertisement

मामले की जांच के लिए बनी SIT 

उनके मोबाइल चेक किए गए, तो इंडियन कोस्ट गार्ड के पेपर सजेस्ट -02/2024 के एडमिट कार्ड, परीक्षा के प्रश्न पत्र आदि मिले. इस पर विज्ञान नगर कोटा शहर ने आरोपियों के विरुद्ध धारा राजस्थान सार्वजनिक परीक्षा भर्ती में अनुचित साधनों की रोकथाम के अद्योपाय अधिनियम 2022, 66, 66-डी और आईटी एक्ट में आईपीसी की धारा 419, 420, 120-बी का केस दर्ज किया था. अनुसंधान एसपी नियति शर्मा महिला अनुसंधान सेल को सौंप दी गई. प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया है.

इन सवालों के पुलिस को तलाशने हैं जवाब 

अब पकड़े गए सभी नकल माफिया से कोटा पुलिस के सामने कई सारे सवाल हैं. इनके जवाब तलाशने के लिए SIT गठित की गई है. पुलिस यह पता कर रही है कि आखिर कितने अभ्यर्थी इनके झांसी में आए, जिन्हें उन्होंने अपना शिकार बनाया? क्या इनके साथ सिस्टम का कोई कारिंदा भी साथ में इंवॉल्व है? कब से इस तरह से उनकी जलसाजी जारी है? क्या यह कोई और एग्जाम में भी इस तरह से नकल के धंधे का खेल खेलते आ रहे हैं? उनके नेक्सस में कौन-कौन और लोग जुड़े हैं और इनके तार कहां-कहां तक फैले हैं.

Live TV

Advertisement
Advertisement