Kota Student Suicide: कोटा में एक और छात्र ने पंखे से फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया है. राजस्थान का कोचिंग हब कहा जाने वाले कोटा इस साल भी स्टूडेंट सुसाइड को लेकर चिंता का विषय बन गया है. राज्य सरकार और प्रशासन की कई कोशिश के बावजूद छात्रों के आत्महत्या का सिलसिला जारी है. पिछले 10 दिनों में कोटा में तीन छात्र आत्महत्या कर चुके हैं. शुक्रवार को कोटा में बीटेक की तैयारी कर रहे नूर मोहम्मद ने आत्महत्या कर ली.
27 वर्षीय छात्र नूर मोहम्मद पुत्र मैनुद्दीन उत्तर प्रदेश के 503-के वीरपुर कटरु गोंडा का रहने वाला था. बीटेक की तैयारी के लिए कोटा के विज्ञान नगर में पीजी में रह रहा था. रिपोर्ट्स के मुताबिक छात्र पिछले चार साल से कोटा में ही था. शुक्रवार को अपने रूम में पंखे पर फंदा लाकर आत्महत्या कर ली. पुलिस ने छात्र के परिवार को घटना की जानकारी दे दी है, परिवार के आने के बाद मृतक छात्र के शव का पोस्टमार्टम करवाया जाएगा. पुलिस मामले की जांच की जा रही है. अभी आत्महत्या की वजह सामने नहीं आई है और न ही कोई सुसाइड नोट मिला है. छात्र के करीबियों और दोस्तों से जानकारी ली जा रही है.
टिफन वाले को ऐसे हुआ शक
बताया जा रहा है कि नूर मोहम्मद बीटेक की ऑनलाइन पढ़ाई कर रहा था. नूर मोहम्मद शाम के समय मैस से टिफन मंगवाता था. नूर बीटेक की तैयारी कर रहा था, और 2019 से इस मकान में रहा था. 31 जनवरी को मैस वाला टिफन देने आया था. वो रूम के बाहर टिफन रखकर चला गया. नूर ने 31 जनवरी को टिफन का खाना नहीं खाया. 1 फरवरी की शाम को मैस वाला टिफन लेकर आया तो पहले से (31 जनवरी वाला टिफन) बाहर ही रखा मिला. उसने पीजी संचालक को बताया. इसके बाद मौके पर मौजूद लोगों ने खिड़की से झांक कर देखा. नूर पंखे से फांसी पर लटका हुआ था. पीजी संचालक ने पुलिस को सूचना दी. जिसके बाद गेट तोड़कर शव को नीचे उतारा. संभावना जताई जा रही है कि नूर ने 31 जनवरी को ही फांसी लगा ली थी.
पुलिस ने दी ये जानकारी
विज्ञान नगर थाना से जांच अधिकारी भंवरलाल ने बताया कि गुरुवार को शाम को 8:00 बजे मकान मालिक ने सूचना दी थी कि हमारे मकान में एक लड़का था, पढ़ाई करता था उसने सुसाइड कर लिया है. सूचना प्राप्त होने पर मौके पर पहुंचे और गेट तुड़वाकर अंदर देखा तो नूर की बॉडी पंखे से लटकी हुई थी. शव को एमबीए हॉस्पिटल कि मोर्चरी में शिफ्ट करवा दिया गया है, जिस कमरे में घटना हुई थी उस कमरे को लॉक कर शील्ड कर दिया है.
डीएसपी धर्मवीर ने बताया कि नूर ने साल 2016 से 19 तक कोटा के एक कोंचिंग से जेईई की पढ़ाई की थी. साल 2019 के बाद उसका कोटा में किसी भी कोचिंग में एडमिशन नहीं हुआ. ऑनलाइन पढ़ाई की बात सामने आई है. परिजनों के आने के बाद ही पूरी जानकारी सामने आएगी.
विज्ञान नगर थाना SHO कौशल्या का कहना कि नूर मोहम्मद पीजी में रह रहा था, गुरुवार रात को उसके सुसाइड की सूचना मिली. रात 8 बजे करीब बॉडी को मोर्चरी में शिफ्ट करवाया. नूर ने वर्तमान में किसी भी कोचिंग में एडमिशन नहीं ले रखा था. पेरेंट्स ने बातचीत में बताया नूर ने जानकारी दी थी कि उसका बीटेक में सेलेक्शन हो गया है और चेन्नई में कॉलेज मिला है. कोटा में रहकर ऑनलाइन क्लास ले रहा था. यही बात उसने दोस्तों को भी बता रखी थी. हालांकि इसकी सच्चाई परिजनों के आने के बाद ही पता चलेगी.
पिछले 10 दिन में तीसरी छात्र आत्महत्या
बता दें कि पिछले साल कोटा में 29 छात्र-छात्राओं ने सुसाइड किया था और 2024 की शुरुआत में भी यह गिनती रुकने का नाम नहीं ले रही है. पिछले 10 दिन में तीन छात्रों ने आत्महत्या की है. इनमें दो छात्र उत्तर प्रदेश और एक छात्रा राजस्थान के झालावाड़ का ही रहने वाली थी. जिस छात्रा ने अपनी जान दी है उसका 2 दिनों बाद ही JEE Mains का एग्जाम था. छात्रा के कमरे से सुसाइड नोट भी मिला है जिसमें उसने अपने माता-पिता से इसके लिए माफी मांगी है.
स्टूडेंट्स का तनाव करने की कोशिश नाकाम
कोचिंग सेंटरों के उच्च दबाव वाले शैक्षणिक माहौल में छात्रों के सामने आने वाले मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दों से निपटने के लिए अधिकारी हर संभव कोशिश कर रहे हैं. छात्रों के साथ 'कॉफी विद स्टूडेंट्स' की पहल शुरू की है. कोचिंग संचालकों, पीजी मालिकों, मैसवाले-डब्बा वालों के साथ कई बैठक हुई हैं. इन्हें उन छात्रों पर नजर रखने के लिए कहा गया है जिन में तनाम के लक्षण नजर आते हैं. बावजूद इसके ये घटनाएं तमाम कोशिश को नाकाम साबित कर रही हैं.
कोचिंग संस्थानों के लिए हाल ही में आया है दिशा-निर्देश
कोटा में लगातार छात्रों के खुदकुशी के बाद शिक्षा मंत्रालय ने हाल ही में कोचिंग संस्थानों के लिए नए दिशा-निर्देश जारी किए थे. इस दिशा निर्देश में 16 साल से कम उम्र के छात्रों का अब कोचिंग संस्थानों में दाखिला नहीं देने और अच्छे नंबर या रैंक दिलाने की गारंटी जैसे भ्रामक वादे न करने की हिदायत भी दी गई है.
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