MBBS in Hindi: अब जल्द ही MBBS की पढ़ाई हिंदी में होने वाली है. मध्यप्रदेश देश का पहला ऐसा राज्य बनने जा रहा है जहां एमबीबीएस की पढ़ाई हिंदी में शुरू होने जा रही है. खुद गृहमंत्री अमित शाह 16 अक्टूबर को भोपाल से इसकी शुरुआत करेंगे. क्योंकि यह प्रयोग देश में पहली बार मध्यप्रदेश में हो रहा है तो ऐसे में सरकार भी इसे लेकर बेहद उत्साहित हैं. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इसके समर्थन में अपनी ट्विटर प्रोफाइल की फोटो को भी बदल लिया है.
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट करते हुए लिखा कि 'आगामी 16 अक्टूबर से मध्यप्रदेश देश का पहला ऐसा राज्य बन जाएगा, जहां मेडिकल की पढ़ाई भी हिन्दी में कराई जायेगी'
आगामी 16 अक्टूबर से मध्यप्रदेश देश का पहला ऐसा राज्य बन जाएगा, जहां मेडिकल की पढ़ाई भी हिन्दी में कराई जायेगी। इस विषय को लेकर आज भोपाल में प्रबुद्धजनों, समाजसेवियों, शिक्षाविदों, चिकित्सकों के साथ बैठक कर मा. गृहमंत्री श्री @AmitShah जी के कार्यक्रम की तैयारियों की समीक्षा की। pic.twitter.com/HyUu2uhX27
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) October 13, 2022
आमतौर पर अंग्रेज़ी में होने वाली एमबीबीएस की पढ़ाई अब हिंदी में भी जो सकेगी. मध्य प्रदेश देश का पहला राज्य है जो हिंदी में भी मेडिकल की पढ़ाई की शुरूआत करने जा रहा है. 16 अक्टूबर को भोपाल के लाल परेड ग्राउंड में एमबीबीएस की हिंदी किताबों का विमोचन केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह करेंगे. इसके साथ ही मध्य प्रदेश देश का पहला राज्य बन जाएगा, जहां हिन्दी में मेडिकल की पढ़ाई शुरू हो जायेगी.
हिन्दी में पाठ्यक्रम तैयार करने के लिए गांधी मेडिकल कॉलेज भोपाल में हिन्दी वाररूम "मंदार" तैयार किया गया. चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने बताया कि यह देश एवं प्रदेश के लिये गर्व का विषय है कि आज़ादी के अमृत महोत्सव में हिंदी माध्यम में शिक्षित छात्रों के लिये हिन्दी में भी मेडिकल की पढ़ाई शुरू की जा रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का 'हिंदी में मेडिकल की पढ़ाई' प्रारंभ करने का सपना साकार होने जा रहा है.
आपको बताते हैं कि देश मे पहली बार एमबीबीएस की पढ़ाई हिंदी में करने के लिए मध्यप्रदेश में क्या क्या तैयारियां की गई हैं.
- मेडिकल का पाठ्यक्रम हिन्दी में तैयार करने हेतु कार्य योजना तैयार कर उच्च स्तरीय समिति (टास्क फोर्स) का गठन किया गया.
- सिलेबस बनाने में मेडिकल छात्रों और अनुभवी डॉक्टरों के सुझाव शामिल किए गए.
- EDI जारी कर MBBS के विषयों के ऑथर/पब्लिशर को शॉर्टलिस्ट किया गया.
- पुस्तकों के हिन्दी रूपांतरण का कार्य शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय के संबंधित विषयों के प्राध्यापक तथा सह प्राध्यापकों द्वारा किया गया.
- छात्रों, शिक्षकों एवं समाज में हिन्दी में चिकित्सा शिक्षा/ MBBS पाठ्यक्रम के संबंध में सकारात्मक वातावरण बनाये जाने क्रियान्वयन एवं मॉनिटरिंग हेतु संस्थान स्तर पर समिति बनायी गई.
बता दें कि एमबीबीएस फर्स्ट ईयर की तीन पुस्तकें एनाटॉमी, फिजियोलॉजी और बायो केमिस्ट्री बनकर तैयार हैं और 16 अक्टूबर को लाल परेड ग्राउंड पर दोपहर 12 बजे केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह इन सभी हिंदी पुस्तकों का विमोचन करेंगे.