पटवारी भर्ती परीक्षा घोटाला सामने आने के बाद इस घोटाले में एक और नया खुलासा हुआ है. इस खुलासे के अनुसार मुरैना जिले के जौरा इलाके से त्यागी समाज के 16 अभ्यर्थी पटवारी परीक्षा में चयनित हुए हैं. एडमिट कार्ड के अनुसार यह सभी अभ्यर्थी श्रवणबाधित हैं. इन अभ्यर्थियों के एडमिट कार्ड भी 'आजतक' के हाथ लगे हैं. आजतक की टीम इन अभ्यर्थियों की तलाश में जौरा इलाके में पहुंची जहां बड़ी मुश्किल से 3 अभ्यर्थियों की जानकारी मिल सकी.
यहां मनोज त्यागी नाम के अभ्यर्थी के बारे में जानकारी मिली कि वह वार्ड 2 का रहने वाला है. टीम मनोज त्यागी को ढूंढते हुए वार्ड 2 में पहुंची लेकिन वार्ड 2 के निवासियों ने मनोज त्यागी नाम के युवक के बारे में वार्ड 2 में कोई पता नहीं बताया. इसके बाद हम अभिषेक त्यागी की तलाश में वार्ड 3 में पहुंचे. अभिषेक त्यागी का घर भी मिल गया. घर की बाहरी दीवार पर अभिषेक त्यागी के पिता राम भजन त्यागी का नाम लिखा हुआ बोर्ड लगा हुआ था.
घर के अंदर अभिषेक त्यागी के पिता राम भजन त्यागी मौजूद थे लेकिन जब हमने उनसे मिलने की कोशिश तो वे घर से बाहर निकल कर नहीं आए और उन्होंने मिलने से इंकार कर दिया. हमें मालूम हुआ कि नजदीक में ही एक दुकान पर अभिषेक के चचेरे भाई प्रदीप मौजूद हैं. हम प्रदीप त्यागी के पास पहुंचे और जब हमने उनसे इस बारे में बातचीत करना चाही तो उन्होंने कैमरे के सामने आने से इंकार कर दिया. उन्होंने साफ शब्दों में कह दिया कि उनके परिवार की अभिषेक के परिवार के साथ काफी दिनों से लड़ाई चली आ रही है. इसलिए उनका उनसे कोई सरोकार नहीं है और उन्हें इस पूरे मामले के बारे में कोई जानकारी भी नहीं है.
इसके बाद आज तक की टीम आकाश त्यागी के वार्ड 10 स्थित निवास पर पहुंचने के लिए निकली. वार्ड 10 में पहुंचकर त्यागी मोहल्ले में आजतक की टीम पहुंची लेकिन यहां किसी ने भी आकाश त्यागी का घर बताने से इंकार कर दिया. पड़ोसियों ने पूरी तरह चुप्पी साध ली और कोई कुछ भी नहीं बोला. सभी अभ्यर्थी जिन पर सवालिया निशान लगाए जा रहे हैं, एक तरह से वो गायब से हो गए हैं या उन्होंने खुद को ही भूमिगत कर लिया है. बता दें कि त्यागी समाज के 16 अभ्यर्थी जो कि श्रवण बाधित भी हैं, पटवारी भर्ती परीक्षा में चयनित हुए जिसको लेकर मामले ने तूल पकड़ रखा है. इधर कांग्रेस द्वारा भी इसे मुद्दा बनाया जा रहा है और चयनित अभ्यर्थी मीडिया के सामने नहीं आ रहे हैं.
क्या है पूरा मामला
गुरुवार को पटवारी परीक्षा के परिणाम की घोषणा के बाद आरोप लगाया गया कि ज्यादातर टॉपर वो हैं, जिन्होंने ग्वालियर के एक एग्जाम सेंटर में परीक्षा दी थी. इस पर शक तब और गहराया जब मंडल की तरफ से टॉपर्स की लिस्ट ही जारी नहीं की गई. छात्रों ने मांग की कि टॉपर लिस्ट जारी हो और किसने कहां पेपर दिया है ये भी बताया जाए. 10 जून को टॉपर लिस्ट जारी की गई. तब पता चला कि टॉप 10 में से 7 उम्मीदवारों ने ग्वालियर के एनआरआई कॉलेज एग्जाम सेंटर में परीक्षा दी थी. इसी के बाद परीक्षा पर सवाल उठने लगे. इस मामले में 13 जुलाई को प्रदेश के कई शहरों में छात्रों ने प्रदर्शन किया.
बता दें कि विपक्ष इस भर्ती घोटाले के तार बीजेपी विधायक संजीव कुमार कुशवाह से जोड़ रहा है. दरअसल, पटवारी भर्ती परीक्षा में टॉप करने वाले 10 छात्रों में से 7 ग्वालियर के एनआरआई कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग से हैं, जिसके मालिक भिंड के विधायक संजीव कुशवाह हैं. परीक्षा में अब घोटाले के आरोप लग रहे हैं. ये परीक्षा मध्य प्रदेश कर्मचारी चयन मंडल (ESB) ने आयोजित की थी.
भर्ती घोटाले के आरोप के बाद वार-पलटवार का सिलसिला जारी है. मामला सामने आने के बाद कांग्रेस की तरफ से बीजेपी सरकार को घेरा जा रहा है. राज्य के पूर्व सीएम कमलनाथ ने इसपर कहा कि प्रदेश में पटवारी भर्ती परीक्षा में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी हुई है. कई टॉपर एक ही सेंटर पर परीक्षा देकर सफल हुए. कमलनाथ ने आगे कहा कि व्यापम, नर्सिंग, आरक्षक भर्ती, कृषि विस्तार अधिकारी और ऐसी कितनी ही भर्ती परीक्षाओं ने अंत में घोटाले का रूप लिया है.
कमलनाथ ने आगे कहा कि शिवराज सरकार से तो जांच की मांग करना भी बेकार है क्योंकि हमेशा बड़ी मछलियों को बचा लिया जाता है. इस मामले पर बीजेपी विधायक संजीव कुशवाह की सफाई भी आई है. उन्होंने कहा, 'परीक्षा करवाने में कॉलेज का कोई रोल नहीं होता है. कॉलेज तो सिर्फ अपनी बिल्डिंग और कंप्यूटर उस एजेंसी को ठेके पर देते हैं जो एजेंसी परीक्षा करवाती है.'
वहीं MP के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कांग्रेस को घेरा है. वह बोले कि चुनाव नजदीक आते ही कांग्रेस ने परीक्षा में गड़बड़ी का मामला उठाना शुरू कर दिया. उन्होंने कहा कि यह पूरी तरीके से कांग्रेस की साजिश है.
नरोत्तम मिश्रा ने आगे कहा कि मध्यप्रदेश में 8000 से अधिक पटवारी परीक्षा में चयनित होकर आए हैं. 13 जिलों में सेंटर बनाए गए और 35 दिन परीक्षाएं चलीं. 70 से अधिक प्रश्न पत्र आए. वह बोले कि कांग्रेस की तरफ से लगाए गए गड़बड़ी के सभी आरोप झूठे हैं, जिस सेंटर पर आरोप लगा रहे हैं वहां से 114 लोग कुल सेलेक्ट हुए हैं.