मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग के परीक्षा कराने के तौर-तरीकों से छात्र काफी नाराज हैं. एमपी के इंदौर में मध्य प्रदेश सिविल सेवा परीक्षा को लेकर करीबन 500 से अधिक छात्र आयोग के खिलाफ जोरदार नारेबाजी और प्रदर्शन कर रहे हैं. छात्रों की मांग है कि मुख्य परीक्षा की तारीखों को आगे बढ़ाया जाए. छात्रों का कहना है कि आयोग द्वारा परीक्षाओं के परिणाम समय पर जारी किए जाएं, साथ ही वैंकेंसी को भी बढ़ाया जाए. इसके अलावा मुख्य परीक्षा के परिणामों की कॉपियां छात्रों को दिखाई जाएं. जब आयोग से कोई भी अधिकारी छात्रों की बात सुनने और समझने नहीं आया तो छात्रों ने हाथों में बैनर लेकर जमकर नारेबाजी की.
मेन्स परीक्षा की तैयारी के लिए समय बढ़ाने की मांग
छात्रों का कहना है कि मेन्स परीक्षा की तैयारी के लिए उन्हें उचित समय दिया जाए, जैसे पहले दिया जाता रहा है. प्रीलिम्स के बाद मेन्स परीक्षा के लिए रिवीजन आदि के लिए समय लगता है. आंदोलन कर रहे छात्र रातभर ठंड में आयोग के बाहर बैठकर प्रदर्शन करते रहे ताकि उन्हें तैयारी के लिए अधिक समय मिल सके.
भर्ती प्रक्रिया में पदों को बढ़ाने की मांग
विरोध प्रदर्शन में शामिल आकाश पाठक ने कहा कि मध्य प्रदेश में 45 लाख बेरोजगार रजिस्टर्ड हैं और मध्य प्रदेश सरकार मात्र 60 पदों के साथ विज्ञापन जारी करती है. बेरोजगारों के साथ प्रदेश सरकार मजाक कर रही है. उन्होंने कहा कि हमारी मांग है कि एमपीपीएससी 2024 में कम से कम 500 पदों पर विज्ञापन जारी करें. साथ ही 13 प्रतिशत छात्रों का परिणाम जो अभी तक जारी नहीं किया गया है, वो परिणाम भी जारी किए जाएं और मुख्य परीक्षा के परिणामों की कॉपियां जैसे 2018 में दिखाई जाती थीं, वो भी दिखाई जाएं.
मांगे पूरी ना होने पर भूख हड़ताल करेंगे छात्र
वहीं, प्रदर्शनकारी छात्रों ने कहा जब तक उनकी मांगों को पूरा नहीं किया जाता तब तक छात्र शांतिपूर्वक और वैधानिक तरीके से अपनी बात रखने के लिए स्वतंत्र हैं. छात्रों का कहना है कि मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग चेयरमैन राजेश लाल मेहरा अभी तक छात्रों से नहीं मिले हैं. हम चाहते हैं कि वो छात्रों से मिलें और उनसे बातचीत करें. वहीं, प्रदर्शनकारी छात्रों ने प्रदेश सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि उनकी मांगों को अनसुना किया जाता है तो आगामी दिनों में प्रदेश भर के छात्र भूख हड़ताल भी कर सकते हैं.