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मुजफ्फरपुर डीएम ने की सख्ती, स्कूल टाइम पर कोचिंग क्लास नहीं चला सकेंगे टीचर

ऐसा देखा गया है कि स्कूली बच्चे कोचिंग क्लासेज जाने के कारण स्कूल देरी से आते हैं. वहीं, कुछ बच्चे भोजनावकाश के बाद स्कूल से निकल कोचिंग चले जाते हैं. डीएम ने कोचिंग क्लासेज को स्कूल टाइमिंग पर न चलाने के लिए जारी आदेश सख्ती से पालन करने का आदेश दिया है.

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प्रतीकात्मक फोटो
प्रतीकात्मक फोटो

जिले के सरकारी स्कूलों में छात्र संख्या में लगातार गिरावट है. इसके पीछे ये वजह थी कि बच्चे स्कूल छोड़कर कोचिंग में पढ़ाई करते हैं. इसी के मद्देनजर डीएम प्रणव कुमार ने इस संबंध में आदेश जारी किया है. इसके अनुपालन के लिए जिला शिक्षा पदाधिकारी एसडीएम सभी प्रखंड स्तर के पदाधिकारी एवम सभी कोचिंग संस्थानों के प्रबंधकों को पत्र भेजा गया है. 

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औचक निरीक्षण टीमें भी बनाईं 

आदेश के तत्काल अनुपालन के अलावा डीएम ने इसे रोकने के लिए 10 टीमें बनाई हैं. ये औचक निरीक्षण टीमें स्कूल टाइमिंग पर छापा मारी भी करेंगी. अगर इस दौरान कोई कोचिंग सेंटर खुला मिलता है तो उन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी. जारी पत्र में स्पष्ट निर्देश है कि कोचिंग सेंटर के संचालन से माध्यमिक व उच्च माध्यमिक विद्यालयों की कक्षाओं में छात्र संख्या पर सीधा असर पड़ता है. इसलिए सुबह 9.30 बजे से शाम 4 बजे तक कोई भी कोचिंग संस्थान नही खुलेगा. 

ऐसा देखा गया है कि स्कूली बच्चे कोचिंग क्लासेज जाने के कारण स्कूल देरी से आते हैं. वहीं, कुछ बच्चे भोजनावकाश के बाद स्कूल से निकल कोचिंग चले जाते हैं. डीएम ने कोचिंग क्लासेज को स्कूल टाइमिंग पर न चलाने के लिए जारी आदेश सख्ती से पालन करने का आदेश दिया है. डीएम प्रणव कुमार के आदेश जारी करते ही यह आदेश तत्काल प्रभाव से लागू कर दिया गया है. 

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इसके बाद यदि कोई कोचिंग संस्थान इसका उल्लंघन करता है तो संस्था के संचालक स्वयं जिम्मेदार होंगे . शिक्षा विभाग के इस नियम से अब सरकारी स्कूलों की कक्षाओं में उपस्थिति बढ़ने की उम्मीद है. 

 

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