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नालंदा ओपन विश्वविद्यालय ने की 21 नए स्टडी सेंटर की शुरुआत, छात्राओं को नामांकन में दी 25% की छूट

नालंदा ओपन विश्वविद्यालय ने 21 नए स्टडी सेंटर की शुरुआत की है. इसका सीधा लाभ ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले मेघावी छात्रों को मिलेगा. समस्तीपुर जिले के उजियारपुर स्थित एमएनडी कॉलेज में 21वें स्टडी सेंटर के रूप में नालंदा ओपेन यूनिवर्सिटी के कुलसचिव ने उदघाटन किया.

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नालंदा खुला विश्वविद्यालय में छात्राओं को नामांकन में 25% की छूट
नालंदा खुला विश्वविद्यालय में छात्राओं को नामांकन में 25% की छूट
स्टोरी हाइलाइट्स
  • विश्वविद्यालय ने 21 नए स्टडी सेंटर की शुरुआत की
  • नामांकन पर छात्राओं को 25% प्रतिशत की छूट

नालंदा ओपन विश्वविद्यालय में नामांकन लेने वाले छात्र-छात्राओं के लिए अच्छी खबर है. विश्वविद्यालय ने अब पटना के अलावा प्रमंडल और जिला स्तर पर परीक्षा केंद्र बनाने की घोषणा की है. इसके साथ ही छात्राओं के लिए भी गुड न्यूज है. नालंदा ओपन विश्वविद्यालय के किसी भी कोर्स में नामांकन लेने पर छात्राओं को 25% प्रतिशत की छूट मिलेगी. 

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21 नए स्टडी सेंटर खोले - 

उक्त बातें विश्वविद्यालय के कुलसचिव (रजिस्ट्रार) घनश्याम राय ने समस्तीपुर में एमएनडी कॉलेज स्टडी सेंटर के उदघाटन सत्र को संबोधित करते हुए कहीं हैं. नालंदा ओपन विश्वविद्यालय ने 21 नए स्टडी सेंटर की शुरुआत की है. इसका सीधा लाभ ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले मेघावी छात्रों को मिलेगा. समस्तीपुर जिले के उजियारपुर स्थित एमएनडी कॉलेज में 21वें स्टडी सेंटर के रूप में नालंदा ओपेन यूनिवर्सिटी के कुलसचिव ने उदघाटन किया.

छात्रों को मिलेगी राहत - 

नालंदा ओपन विश्वविद्यालय में नामांकन लेने के बाद अध्यनरत बिहार के सभी जिलों के छात्र- छात्राओं को परीक्षा देने के लिए पटना जाना पड़ता था. लेकिन कुलसचिव के इस घोषणा से बड़ी संख्या में छात्रों को इससे राहत मिलेगी और वे अपने निकटतम जिले या प्रमंडल में परीक्षा दे सकें. 

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कुलसचिव घनश्याम राय ने बताया कि कुलपति के निर्देश पर अब विश्वविद्यालय वित्त रहित कॉलेजों में भी अपना स्टडी सेंटर दे रहा है. उन्होंने कहा कि हमारा मकसद है कि इसका लाभ पंचायत स्तर के मेधावी छात्रों को भी मिले जिससे वे हुनरमंद बनकर देश के तरक्की में अपनी भागीदारी निभा सके.

बता दें कि नालंदा ओपन विश्वविद्यालय में 107 तरह के कोर्स में नामांकन (दाखिला) लिया जाता है. इसके साथ ही छात्रों को स्टडी करने के लिए अंग्रेजी और हिंदी के साथ अन्य भाषाओं में पुस्तक दी जाती है. स्टडी सेंटरों पर ऑफलाइन और ऑनलाइन तरीके से दाखिला होगा. पहली बार दाखिले के साथ यूजीसी का पत्र भी प्रोस्पेक्टस में लगा हुआ मिलेगा. इसमें स्पष्ट है कि रेगुलर कोर्स की डिग्री की तरह ही डिस्टेंस कोर्स की डिग्री बराबर है. कुल मिलाकर देखा जाए तो प्रमंडल और जिला स्तर पर परीक्षा केंद्र देने की घोषणा बिहार के छात्र छात्राओं के लिए एक गुड न्यूज के रूप में सामने आई है.

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