छात्रों के विरोध के बावजूद JEE-NEET परीक्षाएं सितंबर में ही होंगी. परीक्षा कराने वाली नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने इससे संबंधित रूपरेखा रिलीज कर दी है. एजेंसी की प्रेस रिलीज में साफ तौर पर कहा गया है कि ये परीक्षाएं 1 सितंबर से शुरू होंगी.
एजेंसी ने अपनी तरफ से ये बताने की कोशिश की है कि किस तरीके से छात्रों द्वारा उठाए गए सवालों को ध्यान में रखते हुए परीक्षाएं आयोजित की जाएंगी. JEE की परीक्षा 1 से 6 सितंबर तक होगी, जबकि NEET की परीक्षा 13 सितंबर को आयोजित की जाएगी. एजेंसी का दावा है कि 99 फीसदी छात्रों को उनकी पसंद का परीक्षा केंद्र दिया गया है.
सबसे बड़ी चिंता यह थी कि किस तरीके से कोरोना के समय इतनी बड़ी परीक्षा बड़े पैमाने पर आयोजित की जाएगी. छात्रों की इस परेशानी को ध्यान में रखते हुए नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने कहा है कि वो सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करवाने के लिए ज्यादा परीक्षा केंद्र बना रही है. साथ ही साथ परीक्षा केंद्रों पर बैठने की व्यवस्था इस तरीके से की जाएगी ताकि साथ वाली सीट खाली रखी जा सके.
NEET (UG) की परीक्षाओं के बारे में एजेंसी का कहना है कि अब हर कमरे में 24 की जगह सिर्फ 12 छात्र ही परीक्षा के लिए बैठेंगे. परीक्षा केंद्र के बाहर भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हो, इसके लिए एंट्री और बाहर निकलने के लिए छात्रों को अलग-अलग वक्त दिया जाएगा. इसका भी इंतजाम किया जाएगा कि जब छात्र परीक्षा केंद्रों पर जमा हों और परीक्षा के शुरू होने का इंतजार करें तब भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जाए.
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सभी छात्रों को ऐसे समय में क्या करना है और क्या नहीं उसकी विस्तृत गाइडलाइन भी जारी की जाएगी. JEE के लिए अब 570 की जगह 660 सेंटर होंगे, जबकि NEET के लिए 2546 की जगह 3843 सेंटर होंगे.
परीक्षाएं किस तरीके से आयोजित की जाएंगी, इसको लेकर नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने सभी राज्यों से भी सहायता की मांग की है. खास तौर पर सुचारू परिवहन व्यवस्था मुहैया कराने की डिमांड की गई है ताकि छात्र समय रहते हुए परीक्षा केंद्रों पर पहुंच पाएं. एनटीए ने यह भरोसा दिलाया है कि जब परीक्षाएं आयोजित की जा रही हैं तो छात्रों की सुरक्षा सर्वोपरि है और उसका ध्यान रखते हुए ही तमाम तैयारियां की जाएंगी.