शिमला के जवाहर नवोदय विद्यालय से रैंगिग का मामला सामने आया है. कक्षा 12वीं के पांच छात्रों पर कक्षा 10वीं के छात्रों के साथ मारपीट का आरोप है. स्कूल प्रशासन ने रैंगिग करने वाले छात्रों को निलंबित कर दिया है. प्रिंसिपल ने कहा है कि रैगिंग की घटनाएं दोबारा न हों, इसके लिए कदम उठाए जाएंगे.
कपड़े ना धोने पर की जूनियर्स के साथ मारपीट
शिमला जिले के ठियोग स्थित जवाहर नवोदय विद्यालय के 12वीं कक्षा के कम से कम पांच छात्रों को रैगिंग के आरोप में 15 दिनों के लिए निलंबित कर दिया गया है. स्कूल प्रशासन के अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी है. अधिकारियों ने बताया कि 13 जुलाई की रात को पांच छात्रों ने 10वीं कक्षा के कुछ छात्रों की हॉस्टल में पिटाई कर दी थी, क्योंकि उन्होंने अपने सीनियर्स के कपड़े धोने से मना कर दिया था. जूनियर छात्रों को मामूली चोटें आई हैं.
10वीं के छात्रों से पैसे मांगते थे 12वीं के छात्र
कक्षा 10वीं के एक छात्र ने जब आपने माता-पिता को फोन करके रैगिंग के बारे में बताया तो उन्होंने तुरंत स्कूल प्रशासन को इस बारे में सूचित किया. स्कूल प्रशासन से इस मामले की जांच की तो पता चला कि कपड़े ना धोने के वजह से 10वीं के छात्रों को मारा पीटा गया है. इसके अलावा यह भी सामने आया कि 12वीं के छात्र 10वीं के छात्रों से पैसे भी मांगा करते थे.
छात्रों और हॉस्टल वॉर्डन पर होगी कार्रवाई
स्कूल में रैगिंग होने पर जेएनवी ठियोग की प्रिंसिपल संजीता शौनिक ने कहा कि उन्होंने हॉस्टल पहुंचकर मारपीट की घटनओं को रुकवाया है. उन्होंने कहा कि छात्रों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी और वार्डन के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी. प्रिंसिपल ने आगे कहा कि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों, इसके लिए कदम उठाए जाएंगे.
जयपुर में रैंगिग का गंभीर मामला
जयपुर में डुंगरपुर मेडिकल कॉलेज से भी हाल ही में रैगिंग का मामला सामने आया था. यहां MBBS फर्स्ट ईयर के छात्र को रैगिंग के बाद चार बार डायलिसिस करानी पड़ी. कॉलेज के सीनियर्स ने पिछले महीने छात्र को इस कदर रैगिंग के दौरान प्रताड़ित किया था कि उसकी किडनी में इंफेक्शन हो गया. इसके बाद उसे अस्पताल में चार बार डायलिसिस से गुजरना पड़ा.
इस मामले में पुलिस का कहना है कि छात्र को इससे पहले भी रैगिंग का सामना करना पड़ा था. लेकिन, उसने इस बारे में कंप्लेन नहीं की थी. ताजा मामला तब सामने आया, जब कॉलेज ऑथरिटी को ऑनलाइन माध्यम से 20 जून को एक शिकायत मिली. इसके बाद एक जांच कराई गई. अब सात छात्रों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है और मामले की जांच की जा रही है.