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NEET-JEE Exam: विरोध के बीच चौदह लाख छात्रों ने डाउनलोड कर लिया एडमिट कार्ड

सरकार और सुप्रीम कोर्ट के रुख के बाद NEET और JEE परीक्षा कराना लगभग तय है. छात्र भी इस बात को समझ चुके हैं, शायद तभी तमाम विरोध प्रदर्शनों के बावजूद 23 घंटे में 14 लाख उम्मीदवारों ने अपने एडमिट कार्ड डाउनलोड कर लिए.

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NEET-JEE Exam: प्रतीकात्मक फोटो
NEET-JEE Exam: प्रतीकात्मक फोटो

NEET-JEE Exam: राजनीतिक पार्ट‍ियों के तमाम व‍िरोध के बीच नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने जेईई और नीट के आयोजन की तैयारियां तेज कर दी हैं. बुधवार रात एनटीए ने जेईई नीट के प्रवेश पत्र जारी कर दिए. जिसे सुबह तक करीब 23 लाख में से 14 लाख उम्मीदवार डाउनलोड कर चुके हैं. 

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एनटीए के चैयरमैन विनीत जोशी ने कहा कि यह दर्शाता है कि उम्मीदवार बहुत बेसब्री से परीक्षा का इंतजार कर रहे हैं. बुधवार से नीट के प्रवेशपत्र डाउनलोड होने शुरू हुए.  मेडिकल प्रवेश परीक्षा के लिए चार लाख से अधिक एडमिट कार्ड बुधवार को करीब तीन घंटे के भीतर डाउनलोड किए गए. नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने बुधवार रात 12 बजे नेशनल एलिजिबिलिटी-कम-एंट्रेंस टेस्ट (NEET) के एडमिट कार्ड जारी कर दिए. 

NEET के एडमिट कार्ड आज 12 बजे डाउनलोड के लिए उपलब्ध थे. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार 4 लाख से अधिक उम्मीदवारों ने पहले 3 घंटे में डाउनलोड किया है. जबकि NEET की परीक्षा 13 सितंबर को है. वहीं इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जेईई मेन 1-6 सितंबर के बीच निर्धारित है. करीब 9.53 लाख उम्मीदवारों ने जेईई-मेन्स के लिए पंजीकरण किया है और 15.97 लाख छात्रों ने नीट के लिए पंजीकरण किया हुआ है. 

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कुछ चाहते हैं कि परीक्षाएं रद्द कर दी जाएं लेकिन कुछ चाहते हैं कि परीक्षाएं दो बार स्थगित हुई हैं, अब आगे न टाली जाएं. जोशी के अनुसार, जो उम्मीदवार कोरोना हॉट स्पाट एरिया में रहते हैं, वे अपना प्रवेश पत्र दिखाकर बाहर निकल सकते हैं. उनका प्रवेश पत्र ही उनका पास होगा. इसी प्रकार ड्यूटी आर्डर कर्मचार‍ि‍यों के ल‍िए पास होगा.

गृह मंत्रालय ने इसकी अनुमति दी है. राज्यों को छात्रों के आवागमन के लिए ट्रांसपोर्ट और परीक्षा केंद्र पर भीड़ के नियंत्रण के लिए पुलिस की व्यवस्था करने को कहा गया है. जेईई मेंस का एग्जाम पहले सात से 11 अप्रैल के बीच होना था और पहले इसे 18 से 23 जुलाई तक टाला गया फिर दोबारा तिथि बदलकर इसे एक से छह सितंबर किया गया


जेईई के दौरान सुबह की शिफ्ट में ऑड(विषम) और शाम की शिफ्ट में ईवेन (सम) नंबर की सीटों पर बैठकर छात्र परीक्षाएं देंगे. एनटीए ने यह भी संकेत दिए हैं कि जो छात्र कोरोना से जुड़ी दिक्कतों के कारण परीक्षाएं नहीं दे पाएंगे, उनके मामले पर बाद में विचार किया जा सकता है. 

क्या है पूरा मामला, क्यों कर रहे मांग  

बता दें क‍ि सुप्रीम कोर्ट से हरी झंडी मिलने के बाद नेशनल टेस्ट‍िंग एजेंसी (NTA) ने परीक्षा के लिए परीक्षा केंद्रों की लिस्ट और जरूरी गाइडलाइन 21 अगस्त को जारी कर दी है. इस परीक्षा को लेकर प्रतियोगी छात्र और उनके अभ‍िभावक लगातार अपना विरोध दर्ज करा रहे हैं. कोरोना संकट काल को देखते हुए प्रतियोगी छात्रों का तर्क है कि इतने बड़े स्तर का एग्जाम कराने से कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है.

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इस मामले में कांग्रेस नेता राहुल गांधी के पक्ष में आने के बाद से विरोध और तेज हो गया है. बता दें कि राहुल गांधी ने कल इस पर कहा था कि सरकार को छात्रों के 'मन की बात' सुननी चाहिए और "स्वीकार्य समाधान" पर पहुंचना चाहिए. उनकी पार्टी ने मांग की कि राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (NEET) और संयुक्त प्रवेश परीक्षा (JEE) को स्थगित कर दिया जाए. 

ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (AISA) के अनुसार, 4,200 से अधिक छात्रों ने अपने-अपने घर पर दिन भर की भूख हड़ताल की, जिसमें मांग की गई कि कक्षा 10 और 12 सितंबर की सीबीएसई कंपार्टमेंट परीक्षाएं रद्द कर दी जाएं और यूजीसी-नेट, CLAT, NEET और JEE को स्थगित किया जाए. 

 

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