खेलने-कूदने की उम्र में एक टीनेजर अगर हर परीक्षा में अव्वल आ जाए तो आप क्या कहेंगे. पढ़ाकू, महापढ़ाकू या विद्वान या कोई और और उपमा तलाशेंगे. 17 साल के अविक दास का 12वीं में टॉप करने के बाद नीट जेईई और WBJEE परीक्षा में टॉप करने के बाद हर कोई उनके लिए तारीफ का शब्द तलाश रहा है. यहां तक कि माता-पिता भी उनकी प्रतिभा का लोहा मान रहे हैं.
बता दें कि 17 साल के अविक दास उन उम्मीदवारों में से एक हैं जिन्होंने पहले अटेंप्ट में NEET UG 2024, JEE एडवांस्ड 2024 और पश्चिम बंगाल JEE 2024 परीक्षाएं क्लियर कर ली हैं. यह ग्रेजुएट कोर्स में दाखिले के लिए देश की सबसे कठिन परीक्षाएं हैं. अविक ने यह साबित कर दिया है कि अगर आपके मन में सच्ची लगन है तो आप किसी भी ऊंचाई को छू सकते हैं, किसी भी सपने को हकीकत बना सकते हैं.
बचपन से ही महापढ़ाकू हैं अविक
इंडियन एक्सप्रेस को दिए हुए इंटरव्यू में अविक ने बताया कि उन्होंने पहले प्रयास में ही इन कठिन परीक्षाओं को कैसे क्लियर किया. अविक ने कहा कि "बचपन से ही मुझे सेलेस्टियल बॉडी, अंतरिक्ष, सितारों, आकाशगंगाओं, सुपरनोवा और ब्लैक होल के बारे में जानने की उत्सुकता थी. मैं जब कक्षा पांच में था तब स्टीफन हॉकिंग की किताबें पढ़ता था, जिसने मुझे खगोल भौतिकीविद् (astrophysicist) बनने के लिए प्रेरित किया. बता दें कि अविक ने 12वीं कक्षा में 99.2 अंक लाकर पश्चिम बंगाल राज्य में टॉप किया था.
WBJEE में हासिल की सातवीं रैंक
अविक ने पश्चिन बंगाल जेईई की परीक्षा में ऑल इंडिया रैंक 7 हासिल की है. उन्होंने आगे कहा कि मेरा लक्ष्य IISc में एडमिशन लेना था यहां BS-MS कोर्स में एडमिशन लेने के चार तरीके हैं JEE मेन, NEET, JEE एडवांस्ड और IAT।. ज़्यादातर छात्र JEE या NEET की तैयारी करते हैं, लेकिन मैंने सोचा कि अगर मैं दोनों परीक्षाएं पास कर लूंगा, तो मेरे पास IISc में प्रवेश पाने के ज़्यादा मौके होंगे. JEE, NEET और WBJEE की तैयारी करना कोई आसान काम नहीं है. अविक के माता पिता ने पहले सोचा कि कहीं उनके बच्चे पर पढा़ई का ज्यादा बोझ तो नहीं है, लेकिन जब उन्होंने अपने बेटे की लगन और पढ़ाई के प्रति शिद्दत को देखा तो वह समझ गए के अविक का सपना ऊंचाइयों को छूना है.
ऑनलाइन पढ़ाई करके क्लियर किया एग्जाम
आविक ने आगे कहा कि “मैंने तैयारी के लिए एलन ऑनलाइन कोचिंग से पढा़ई की है और सख्ती से टाइमटेबल को फॉलो किया है. मैंने पढ़ाई को अपना पहला प्यार माना, इसलिए मुझे विषयों को कवर करने में कोई समस्या नहीं हुई. जीव विज्ञान और रसायन विज्ञान के लिए, मैंने सुनिश्चित किया कि NCERT का हर कॉन्सेप्ट मुझे क्लियर हो. मैंने पिछले सालों के कई प्रश्न पत्रों को भी सॉल्व किया. इससे मुझे कॉन्फिडेंस मिला कि मैं एग्जाम क्लियर कर पाऊंगा.
टॉपर ने शेयर किया अपना टाइमटेबल
अपने टाइमटेबल के बारे में बताते हुए अविक ने कहा कि मैं सुबह 7 या 7:30 बजे उठता था और फिर पढ़ाई करता था, उसके बाद मॉक टेस्ट, कोचिंग और सेल्फ स्टडी करता था. मैं रात 12 बजे सो जाता था. बता दें कि अविक सोशल मीडिया से काफी दूर हैं. अगर उन्हें अपने दोस्तों से बात करनी है तो वह बस व्हाट्सऐप मैसेंजर का इस्तेमाल करते हैं.
अलग-अलग फील्ड की परीक्षाओं को क्यों किया क्लियर?
जेईई इंजीनियरिंग की तैयारी के लिए होता है तो वहीं नीट की तैयारी मेडिकल की पढ़ाई के लिए की जाती है. ऐसे में अविक ने कहा कि जेईई और नीट दोनों के लिए अलग-अलग कौशल की आवश्यकता होती है. जेईई की तरह, समस्याओं को हल करने के लिए लॉजिकल, न्यूमेरिकल प्रश्नों को हल करना आना चाहिए जबकि नीट में, न्यूमेरिकल प्रॉब्लम की पढ़ाई फिजिक्स के साथ की जाती है, जबकि मुख्य भूमिका तथ्यों को याद रखने की होती है. इसलिए मेरे लिए दोनों ही आसान नहीं थे. बता दें कि नीट यूजी 2024 में अविक के 720 में से 705 अंक आए हैं.