तीन वैज्ञानिकों को साल 2020 का फिजिक्स का नोबेल पुरस्कार दिया गया है. ये पुरस्कार उन्हें ब्लैक होल को समझने के लिए किए गए उनके गहन अध्ययन पर दिया गया है. इस पुरस्कार राशि का आधा वैज्ञानिक रोजर पेनरोस और शेष आधे को संयुक्त रूप से रेनहार्ड जेनजेल और एंड्रिया गेज को दिया जाएगा.
नोबेल पुरस्कार के आधिकारिक ट्विटर हैंडल ने ट्वीट किया है कि रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंसेज ने भौतिकी में 2020 का नोबेल पुरस्कार रोजर पेनरोस को और दूसरे को संयुक्त रूप से रेनहार्ड जेनजेल और एंड्रिया गेज को देने का फैसला किया है. नोबेल पुरस्कार पाने वाली महिला वैज्ञानिक एंड्रिया गेज साल 1965 में अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर में पैदा हुई थीं. वहीं लॉरिएट रेनहार्ड जेनजेल का जन्म 1952 में जर्मनी के बैड होम्बर्ग वोर डेर होहे में हुआ था. वो मैक्स प्लैंक इंस्टीट्यूट फॉर एक्सट्राट्रेस्ट्रियल फिजिक्स, गार्चिंग, जर्मनी और यूकबर्केले यूएसए में प्रोफेसर हैं.
रोजर पेनरोस की बात करें तो उनका जन्म साल 1931 में कोलचेस्टर लंदन में हुआ था. वर्तमान में वो ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर हैं. रोजर पेनरोस, रेनहर्ड जेंजेल, एंड्रिया गेज के नाम की घोषणा स्टॉकहोम में की गई.
फिजिक्स पुरस्कार कमेटी के प्रमुख डेविड हैविलैंड के अनुसार इस साल का अवॉर्ड ब्रह्मांड के सबसे अनोखी चीज (ब्लैक होल) को सेलिब्रेट कर रहा है. ब्लैक होल ब्रह्मांड का वो हिस्सा है जहां गुरुत्वाकर्षण इतना अधिक है कि लाइट भी वापस नहीं आ सकती. रोजर पेनरोस ने अपने अध्ययन में पाया कि ब्लैक होल अल्बर्ट आइंस्टीन के जनरल रिलेटिविटी के सिद्धांत का जरूरी परिणाम था.
उनके अलावा रेनहार्ड और एंड्रिया के अध्ययन के अनुसार एक अदृश्य और भारी वस्तु आकाशगंगा में स्थित तारों की कक्षाओं को नियंत्रित करती है. ब्लैक होल के बारे में इनका कहना है कि अभी सिर्फ सुपरमैसिव ब्लैक होल के बारे में ही हमारे पास जानकारी उपलब्ध है.