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क्या पांडवों का गढ़ था दिल्ली का पुराना किला? ASI की खुदाई से मिलेंगे जवाब

Purana Qila: भारतीय पुरात्तव विभाग एक बार फिर पुराना किला की खुदाई करने जा रहा है. इस खुदाई से महाभारत और पांडवों से जुड़े सक्ष्यों को जुटाने का प्रयास होगा. पहले जब भी पुरातात्विक खुदाई की गई, उसमें इस बात के सबूत मिले कि कई प्राचीन सभ्यताओं से ये स्थान जुड़ा हुआ है जिनसे इस बात को बल मिला है कि ये कभी पांडवों की राजधानी इंद्रप्रस्थ थी. पढ़िए क्या है पूरा मामला.

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Old Fort (Pic Credit: Getty Image)
Old Fort (Pic Credit: Getty Image)

कहते हैं इतिहास की झलक कई बार जमीन की गहराई में मिलती है , शायद यही वजह है जब भी जमीन की परतों को आप हटाएंगे आपको नए इतिहास की झलक देखने को मिलेगी. दिल्ली के पुराने किले के साथ भी यही फलसफा है. कहते हैं ये वो किला है जिसने दिल्ली के इतिहास को बनाया और उसे बिगड़ते हुए देखा भी. अब भारतीय पुरात्तव विभाग एक बार फिर पुराना किला की खुदाई कर रहा है. इस खुदाई से महाभारत और पांडवों से जुड़े सक्ष्यों को जुटाने का प्रयास होगा. 

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दिल्ली के पुराना किला में 1954 से लेकर अब तक करीब 4 बार एक्सकेवेशन या खुदाई हो चुकी है. हर बार सवाल सिर्फ इतना था की ये पांडवो का वही प्राचीन किला है जो इंद्रप्रस्थ में पांडवों ने बनवाया था? इस सवाल का जवाब खोजने जिम्मेदारी ASI ने ली है. ये खोज पुराने किले के अंदर उस स्थान पर हो रही है जहां पर अब तक सबसे ज्‍यादा ऐतिहासिक प्रमाण मिले हैं. 

भारतीय पुरात्तव विभाग ने शुरू की पुराना किला की खुदाई
भारतीय पुरात्तव विभाग ने शुरू की पुराना किला की खुदाई

यह वही जगह है जहां पर 2017 में की गई खोज में तांबे के सिक्के मिले थे. अब तक करीब 2500 साल का इतिहास सामने आ चुका है. अब उम्मीद है इस रहस्य को सामने लाने की, जो सीधे इस जगह को पांडवो की कर्मभूमि हस्तिनापुर और सिनोली से जोड़ेगा. भारतीय पुरातत्व विभाग के निदेशक वसंत स्वर्णकार कहते हैं कि ये खोज कई मायने में दिल्ली के इतिहास को प्रमाणित करेगी. अब तक हमने कई सभ्यताओं के रंग को इसमें देखा है अब आगे की खोज से नया नजरिया सामने आ सकता है.  

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दिल्ली के इस पुराना किला के भीतर कई सभ्यताएं दफन हैं. किले के भीतर दस मीटर तक की पुरातात्विक खुदाई के दौरान मौर्यकाल, कुषाण काल, गुप्त काल से लेकर मुगल काल तक की सभ्यताओं के अवशेष मिलते हैं जिससे पता चलता है कि प्रागैतिहासिक काल से लेकर आधुनिक काल तक की सभ्यताएं यहां बसती रही हैं.

पुराना किला के भीतर दफन हैं कई सभ्यताएं
पुराना किला के भीतर दफन हैं कई सभ्यताएं 

पहले जब भी पुरातात्विक खुदाई की गई, उसमें इस बात के सबूत मिले कि कई प्राचीन सभ्यताओं से ये स्थान जुड़ा हुआ है जिनसे इस बात को बल मिला है कि ये कभी पांडवों की राजधानी इंद्रप्रस्थ थी. 

ASI की कोशिश है की इस नई खोज में ये तय किया जाए आखिर पुराने किले की जमीन की मिट्टी के साथ कौन सी संस्कृति के अवशेष जुड़े हुए हैं. अभी ये कार्य करीब 100 मीटर के दायरे में किया जा रहा है. इस स्थान पर करीब 100 लोगों की टीम इस मुहिम में जुड़ी है.

पुराना किला में शुरू हुई खुदाई
पुराना किला में शुरू हुई खुदाई

इस खोज के पहले चरण में ये ढूंढने की कोशिश की जाएगी की आखिर अब तक जो मिला है उसका पुरानी संस्कृति से क्या मेल है? दूसरा, जिस उम्मीद से ये नया प्रयास किया जा रहा है उसका उद्देश्य ये ही है कि कुछ ऐसा मिले जो दिल्ली के इतिहास की कहनी ही बदल दे और सच को नई तरह से पेश करे. 

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