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राजेंद्र नगर घटना से खफा UPSC छात्रों ने छेड़ी जंग, टेल‍िग्राम-व्हाट्सएप, X हर जगह बनाए ग्रुप, प्रदर्शन जारी

UPSC students Union, United UPSC students, ORN protest valunteers के नाम से व्हाट्सएप और टेलीग्राम पर ग्रुप बन चुके हैं जो लड़ाई का सबसे बड़ा हथियार हैं. ORN प्रोटेस्ट वलंटियर हिमांशु वाजीराव के छात्र हैं लेकिन घटना के बाद से प्रोटेस्ट साइट पर बैठ गए और पीड़ित बच्चों के परिवार के लिए पांच करोड़ का मुआवजा मांग रहे हैं.

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Old Rajendra Nagar
Old Rajendra Nagar

नामी कोचिंग संस्थान में तीन UPSC अभ्यर्थ‍ियों की मौत के बाद छात्रों ने MCD, दिल्ली सरकार, दिल्ली फायर सर्विस समेत जिम्मेदार एजेंसियों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. इलाके में शाम होते ही कैंडल जल जाती है तो सुबह से लेकर दोपहर तक छात्र-छात्राओं का मजमा राजेंद्र नगर कोचिंग स्थल के बाहर लगा रहता है. अपनी लड़ाई को धार देने के लिए छात्र-छात्राओं ने सोशल मीडिया पर कई तरह के ग्रुप बना लिए हैं और सभी में 5000 से ज्यादा सदस्य जुड़ चुके हैं. 

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UPSC students Union, United UPSC students, ORN protest valunteers के नाम से व्हाट्सएप और टेलीग्राम पर ग्रुप बन चुके हैं जो लड़ाई का सबसे बड़ा हथियार हैं. ORN प्रोटेस्ट वलंटियर हिमांशु वाजीराव के छात्र हैं लेकिन घटना के बाद से प्रोटेस्ट साइट पर बैठ गए और पीड़ित बच्चों के परिवार के लिए पांच करोड़ का मुआवजा मांग रहे हैं. UPSC की तैयारी कर रहे अभ्यर्थी रजत का कहना है कि WhatsApp ग्रुप पर अधिकतर स्टूडेंट्स जुड़े हैं जो अपनी मांगे मनवाने तक धरने पर रहेंगे. 

अगले महीने में UPPCS, BPSC, UPSC main exam, RBI Grade B, UPSC (CAPF)  आदि एग्जाम आने हैं लेकिन स्टूडेंट्स पर दोहरी मार पड़ रही है. किसी विरोध या एक्शन का डर चाहे जो भी हो लेकिन एजेंसियों की सतर्कता की वजह से ज्यादातर कोचिंग इंस्टीट्यूट राजेंद्र नगर इलाके में बंद पड़े हैं. 

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बेसमेंट के अंदर फ्लैट सीढी के नीचे, किचेन हादसों के बीच रहने को मजबूर UPSC अभ्यर्थी 

कई बाहरी राज्यों से दिल्ली में रहकर अभ्यर्थी यूपीएससी की तैयारी करने आए हैं. अभ्यर्थी सौरभ सिंह ने बताया कि वो किन खतरों का सामना कर रहे हैं और बेसमेंट में बने फ्लैट में रह रहे हैं जहां लाइट जाते ही सांस लेना मुश्किल हो जाता है. एक छात्र की मौत के बाद एजेंसी और अलग-अलग अधिकारी दावे कर रहे हैं कि चारों तरफ एक्शन हो रहे हैं लेकिन आज भी स्टूडेंट ऐसी जगह पर रह रहे हैं जहां पर हादसों को एक बड़ी दावत रोज दी जा रही है. ऐसे ही हमने जैसा लिया जहां पर बेसमेंट के अंदर फ्लैट बना हुआ है और सीढ़ी के नीचे किचन का इस्तेमाल हो रहा है. 

तीन कमरे हैं और मकान का किराया 15000 है, जी हां चौंकिए मत 7500/6500 हर महीने बिजली का बिल भी आता है. लखनऊ से आए छात्र सौरभ का कहना है कि किराए पर फ्लैट लेने के लिए उन्हें बड़े अमाउंट का ब्रोकरेज और एडवांस देना पड़ता है और लाइट चली जाने पर ऑक्सीजन की कमी सी लगती है. 

ABVP ने आंदोलनरत छात्रों का द‍िया साथ, कोचिंगों के ऑडिट की मांग

वहीं, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने प्रेस वार्ता करके ये कहा कि आखिर क्या वजह है कोचिंग इंस्टीटयूट की फीस पर कोई लगाम नहीं है. छात्र छात्राओं के अनुपात बेतरतीब हैं. इसके लिए जरूरी है किकोई रेगुलेटरी बॉडी का गठन हो जिससे हर कोचिंग का ऑडिट हो सके. कोचिंग मालिकों के खिलाफ भी एक्शन होना चाहिए. दिल्ली को पेरिस बनाने की बात करने वाली सरकार को एक्सेप्ट करने की आवश्यकता है. एबीवीपी के मीडिया कॉर्डिनेटर आशुतोष का कहना है अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद कोचिंग माफिया के खिलाफ एक्शन लेने की मांग कर रही है. 

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