भारत सरकार ने 2025 के लिए पद्म पुरस्कारों की घोषणा कर दी है. कला, समाज सेवा, चिकित्सा, साहित्य, शिक्षा, खेल आदि क्षेत्रों में विशिष्ट योगदान देने वाले 139 लोगों को इस सम्मान के लिए चुना गया है. इनमें 7 लोगों को पद्म विभूषण, 19 को पद्म भूषण और 113 को पद्म श्री पुरस्कार दिया जाएगा. पद्म पुरस्कारों की सूची में ओडिशा से 4 लोग शामिल हैं, जिनमें अद्वैत चरण गणनायक (कला), दुर्गाचरण रणवीर (कला), प्रतिभा सत्पथी (साहित्य और शिक्षा) और अशोक कुमार महापात्रा (चिकित्सा) शामिल हैं.
प्रमुख कार्यों में नई दिल्ली में दांडी मार्च की कलाकृति शामिल
अद्वैत चरण गणनायक, जो वर्तमान में भुवनेश्वर स्थित केआईटी में कार्यरत हैं, उन्होंने मूर्तिकला के क्षेत्र में अपनी पहचान बनाई है. उनका जन्म ओडिशा के ढेंकनाल जिले के नेउलापोई गांव में हुआ था. उन्होंने बीके कॉलेज ऑफ आर्ट्स एंड क्राफ्ट्स, भुवनेश्वर से स्नातक की उपाधि प्राप्त की और कॉलेज ऑफ आर्ट, नई दिल्ली से स्नातकोत्तर की उपाधि प्राप्त की. उनके प्रमुख कार्यों में राजघाट, नई दिल्ली में दांडी मार्च की कलाकृति शामिल है.
कला के काम में लगा है पूरा परिवार
ओडिशा के पद्म पुरस्कार विजेता अद्वैत चरण गणनायक ने कहा-"इस बार पद्म पुरस्कार पाकर मैं बहुत खुश हूं. मैं ओडिशा के ढेंकनाल जिले से हूं, जहां से मैंने अपनी कला की यात्रा शुरू की है. इस उपलब्धि के पीछे मेरी मां मेरी बड़ी प्रेरणा हैं. दिल्ली से लेकर कोलकाता और पूरे देश में मैं अपनी कला के लिए गया हूं. एक छोटे से गांव से लंदन तक की पढ़ाई मेरे लिए आसान काम नहीं था. अब मेरा पूरा परिवार इस कला के काम में लगा हुआ है, मेरे दो बेटे और मेरी पत्नी. दिल्ली की दांडी मार्च कला मेरी बड़ी उपलब्धि थी जहां मैंने लगभग 300 टन पत्थर की कलाकृति बनाई है. इंडिया गेट के पास सुभाष बोस की मूर्ति का काम भी मेरे लिए एक बड़ा काम है. मैं इसके लिए अपनी मां को श्रद्धांजलि देना चाहता हूं."
इस 76 वें गणतंत्र दिवस के मौके पर 7 लोगों को पद्म विभूषण, 19 को पद्म भूषण और 113 हस्तियों को पद्म श्री अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है. यहां देखें पूरी लिस्ट.
दिवंगत संगीतकार शारदा सिन्हा, पंकज उधास, तमिल सुपरस्टार अजित कुमार, दिग्गज फिल्म निर्माता शेखर कपूर और गायक अरिजीत सिंह उन 139 नामचीन हस्तियों में शामिल हैं, जिन्हें इस साल 2025 में पद्म अवार्ड दिया जाएगा.
ये 7 हस्ती पद्म विभूषण से होंगी सम्मानित-
-दुव्वुर नागेश्वर रेड्डी (मेडिसिन)
-न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) जगदीश सिंह खेहर (सार्वजनिक मामले)
-कुमुदिनी रजनीकांत लाखिया (कला)
-लक्ष्मीनारायण सुब्रमण्यम (कला)
-एम. टी. वासुदेवन नायर (साहित्य और शिक्षा) मरणोपरांत
-ओसामु सुजुकी (व्यापार और उद्योग) मरणोपरांत
-शारदा सिन्हा (कला) मरणोपरांत
ये 19 हस्तियां पद्म भूषण से होंगी सम्मानित
-ए सूर्य प्रकाश (साहित्य और शिक्षा - पत्रकारिता)
-अनंत नाग (कला)
-बिबेक देबरॉय (मरणोपरांत) साहित्य और शिक्षा
-जतिन गोस्वामी (कला)
-जोस चाको पेरियाप्पुरम (चिकित्सा)
-कैलाश नाथ दीक्षित (अन्य - पुरातत्व)
-मनोहर जोशी (मरणोपरांत) सार्वजनिक मामले
-नल्ली कुप्पुस्वामी चेट्टी (व्यापार और उद्योग)
-नंदमुरी बालकृष्ण (कला)
-पीआर श्रीजेश (खेल)
-पंकज पटेल (व्यापार और उद्योग)
-पंकज उधास (मरणोपरांत) कला
-रामबहादुर राय (साहित्य और शिक्षा पत्रकारिता)
-साध्वी ऋतंभरा (सामाजिक कार्य )
-एस अजित कुमार (कला)
-शेखर कपूर (कला)
-सुशील कुमार मोदी (परणोपरांत) सार्वजनिक मामले
-विनोद धाम (विज्ञान और अभियांत्रिकी)
लोक गायक सिन्हा और मशहूर मलयालम पटकथा लेखक-निर्देशक एम टी वासुदेवन नायर को असाधारण और विशिष्ट सेवा के लिए मरणोपरांत दूसरे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया है.
प्रसिद्ध गजल गायक उधास को मरणोपरांत तीसरे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पद्म भूषण से सम्मानित किया गया है, साथ ही अजित, कपूर, तेलुगु अभिनेता नंदमुरी बालकृष्ण, सिनेमा के दिग्गज अनंत नाग और भरतनाट्यम नृत्यांगना-अभिनेता शोभना को भी सम्मानित किया गया है.
दिग्गज अभिनेता अशोक सराफ, थिएटर के दिग्गज बैरी जॉन, गायक जसपिंदर नरूला और ग्रैमी विजेता संगीतकार रिकी केज को चौथा सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पद्म श्री मिलेगा.
इस लिस्ट में सात पद्म विभूषण, 19 पद्म भूषण और 113 पद्म श्री पुरस्कार शामिल हैं. पुरस्कार पाने वालों में 23 महिलाएं हैं और लिस्ट में विदेशी/एनआरआई/पीआईओ/ओसीआई श्रेणी के 10 लोग और 13 मरणोपरांत पुरस्कार विजेता भी शामिल हैं. पुरस्कारों की घोषणा हर साल गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर की जाती है.