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मिलिए हरियाणा की बेटी से, तीन बार ऐसे UPSC एग्जाम किया पास

हरियाणा के झज्जर जिले की रहने वाली पूनम दलाल दहिया ने तीन बार यूपीएससी की परीक्षा पास की है. जानिए उनके बारे में, कैसे की थी परीक्षा.

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पूनम दलाल
पूनम दलाल

यूपीएससी परीक्षा क्लियर करना लोहे के चने चबाने से कम नहीं माना जाता है. जो उम्मीदवार इस परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं वह जानते हैं इसे पास करने के लिए दिन- रात एक करने पड़ते हैं. काफी मेहनत करने के बाद भी इस परीक्षा में पास होना मुश्किल हो जाता है. ऐसे में हम आपको उस महिला के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्होंने तीन बार यूपीएससी की परीक्षा को पास किया है.

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जो उम्मीदवार यूपीएससी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं, लॉकडाउन  के दौरान ये दिए हुए टिप्स आपके काम आ सकते हैं.

हरियाणा के झज्जर जिले की रहने वाली पूनम दलाल दहिया ने तीन बार यूपीएससी की परीक्षा पास की है. उन्होंने बताया, जब मैंने यूपीएससी की परीक्षा पहली बार क्लियर की थी उस वक्त मेरी रैंक कम थी और मुझे रेलवे  (RPF) मिला था. ऐसे में रैंक बढ़ाने के लिए फिर से यूपीएससी की परीक्षा में शामिल हुई, जिसें उन्हें फिर रेलवे मिला जो एक अलग सेवा (IRPS) थी.  तीसरी बार में परीक्षा पास करने के बाद वह IRS ऑफिसर बन गईं. वर्तमान में  वह असिस्टेंट कमिश्नर इनकम टैक्स के पद पर कार्यरत हैं.

आपको बता दें, पूनम की  यात्रा इतनी आसान नहीं थी. वह पहले प्राइमरी स्कूल में टीचर थी. 21 साल की उम्र में  दिल्ली के MCD स्कूल में उनकी सरकारी नौकरी लग गई थी. ग्रेजुएशन के बाद उन्होंने बैंक पीओ का फॉर्म भरा जो क्लियर हो गया था, जिसके बाद स्टेट बैंक में पीओ के पद पर नौकरी की.

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बैंक पीओ पद पर  काम करने के बाद उन्होंने SSC की परीक्षा दी, जिसमें उनकी ऑल ओवर इंडिया में सातवीं रैंक आई थी. इतनी अच्छी रैंक आने के बाद पूनम ने 28 साल की उम्र में यूपीएससी परीक्षा का पहला प्रयास दिया था.

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आपको बता दें, पूनम ने 28 साल की उम्र में यूपीएससी की पहली परीक्षा दी थी. उस समय यूपीएससी में जनरल कैटेगरी वालों के लिए आवेदन करने की अधिकतम उम्र सीमा 30 साल हुआ करती थी. वर्तमान में अधिकतम उम्र सीमा 32 साल है..


पूनम ने बताया मैंने साल 2011 में तीसरा अटेम्प्ट दिया था, जिसके बाद प्रीलिम्स क्लियर नहीं हुआ और यूपीएससी की यात्रा यही समाप्त हो गई, ऐसे में मैंने हरियाणा सिविल सर्विसेज की परीक्षा दी थी, जो क्लियर हो गया था. फिर  हरियाणा पुलिस में शामिल हो गई थी

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पूनम ने कहा, किस्मत सबसे बड़ी चीज होती है. कुछ सालों बाद सरकार की ओर से एक नोटिफिकेशन जारी हुआ जिसमें कहा गया था कि जिसने साल 2011 में यूपीएससी की परीक्षा दी उसे दोबारा मौका दिया जा रहा है. क्योंकि उस दौरान सिलेबस में कुछ बदलाव हुआ था.

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जब पूनम ने 2015 में यूपीएससी की परीक्षा दी उस समय प्रीलिम्स के दौरान गर्भवती थीं और उनका नौंवा महीना चल रहा था. वहीं जब मेन्स का पेपर दिया उस उनका बेटा ढाई महीने का था. ये मुश्किल सफर था. इस दौरान उनकी काफी अच्छी रैंक आई और IRS ऑफिसर के पद पर नियुक्ति हुई. उन्होंने कहा, जो यूपीएससी क्लियर करना चाहते हैं उनके अंदर हार्ड वर्क, स्मार्ट वर्क और किस्मत इन तीनों का होना सबसे ज्यादा जरूरी है.

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जब भी कोई व्यक्ति यूपीएससी की परीक्षा देता है तो वह IAS बनने के लिए लिखता है. ऐसे में खुद में आत्मविश्वास का होना सबसे ज्यादा जरूरी है. इसी के साथ अगर आप  ये सोचते  हैं कि 20 घंटे पढ़ाई करने के बाद ही यूपीएससी की परीक्षा क्लियर होती तो ये बात अपने दिमाग से निकाल दीजिए.

अगर आप यूपीएससी की परीक्षा पास करना चाहते हैं तो रोज पढ़ना जरूरी है. भले ही आप 6 घंटे पढ़ रहे हैं, लेकिन रोजाना पढ़ें. ऐसा न हो आज पढ़ लिया, कल छोड़ दिया  या फिर आज 18 घंटे पढ़ लिया उसके बाद तीन दिन तक नहीं पढ़ा. इसी के साथ अपने ऊपर पूरा विश्वास रखें  कि आप ये काम कर सकते हैं.

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