scorecardresearch
 

Pariksha Pe Charcha Live: पीएम मोदी करेंगे परीक्षा पे चर्चा, इस डायरेक्‍ट लिंक से लाइव देखें

PPC2021: बोर्ड एग्‍जाम के टेंशन से उबरने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस साल वर्चुअली परीक्षा पे चर्चा कर रहे हैं. इस डायरेक्‍ट लिंक से सुनें प्रधानमंत्री का पूरा संबोधन.

Advertisement
X
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Getty)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Getty)

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज पहली बार वर्चुअली परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम के जरिये छात्रों-पेरेंट्स और टीचर्स से रूबरू हो रहे हैं. यह कार्यक्रम आप वर्चुअली लाइव देख सकते हैं.

Advertisement

बता दें कि देश के शिक्षा मंत्री ने बताया था कि परीक्षा पे चर्चा के लिए 14 लाख से ज्यादा स्टूडेंट्स, शिक्षक और अभिभावकों ने रजिस्ट्रेशन कराया है. पीएम इस कार्यक्रम में बता रहे हैं क‍ि एग्‍जाम वरियर्स बिना प्रेशर के परीक्षा की तैयारी कैसे करें. इसके अलावा स्टूडेंट्स, पैरंट्स और टीचर्स के सवालों के जवाब भी दे रहे हैं. कोरोना के कारण इस बार परीक्षा पे चर्चा ऑनलाइन हो रही है. वीडियो कांफ्रेंस के जरिए छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों से बातचीत कर रहे हैं.

इसे आप एलेक्‍सा के जरिये अमेजन प्राइम, यू ट्यूब के अलावा aajtak.in पर भी लाइव देख सकते हैं. 

बता दें क‍ि बीते साल 2020 में परीक्षा पे चर्चा में पीएम मोदी ने कहा था कि छात्रों को परीक्षा से बिल्कुल नहीं डरना चाहिए. खासकर नाकाम होने का डर तो कतई अपने मन में नहीं पनपने देना चाहिए. पंजाब की छात्रा हरदीप द्वारा परीक्षा के तनाव के बारे में पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा था कि सिर्फ बोर्ड परीक्षा के अंक जिंदगी नहीं हैं. या कोई एक परीक्षा पूरी जिंदगी नहीं है. ये एक महत्वपूर्ण पड़ाव है, लेकिन यही सब कुछ है, ऐसा नहीं मानना चाहिए. उन्‍होंने पेरेंट्स से भी आग्रह किया था कि वो बच्चों से ऐसी बातें न करें कि परीक्षा ही सब कुछ है.

Advertisement

इस डायरेक्‍ट लिंक पर क्‍ल‍िक करके सुनें प्रधानमंत्री का वर्चुअली प्रोग्राम परीक्षा पे चर्चा

इससे पहले वो समय के सदुपयोग से जुड़े एक अन्य सवाल के जवाब में मोदी ने फोन पर समय की बर्बादी का जिक्र करते हुये कहा था कि स्मार्ट फोन आपका जितना समय चोरी करता है, उसमें से 10 प्रतिशत कम करके आप अपने मां, बाप, दादा, दादी के साथ बिताएं. तकनीक हमें खींचकर अपने पास ले जाए, इससे हमें बचना चाहिए. हमारे अंदर ये भावना होनी चाहिए कि मैं तकनीक को अपनी मर्जी से उपयोग करूंगा.

 

Advertisement
Advertisement