जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर आज सुबह 10.30 बजे से बीपीएससी अभ्यर्थियों के प्रतिनिधिमंडल से बातचीत करेंगे. राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने प्रशांत किशोर के आमरण अनशन को खत्म कराने का प्रयास किया है. सूत्रों के अनुसार राज्यपाल ने प्रशांत किशोर से कहा है कि वे अभ्यर्थियों का प्रतिनिधिमंडल उनसे मिलने के लिए भेजें ताकि बीपीएससी मुद्दे पर कोई समाधान निकाला जा सके और प्रशांत किशोर भी अपना आमरण अनशन खत्म कर सकें.
बता दें कि बिहार में BPSC परीक्षा की कथित अनियमितताओं को लेकर छात्रों का आंदोलन गहराता जा रहा है. बिहार के पटना में BPSC री- एग्जाम और बहाली परीक्षाओं में गड़बड़ी की जांच को लेकर छात्रों का प्रदर्शन जारी है. कल (12 जनवरी) बिहार बंद समर्थकों ने पूरे डाक बंगला चौराहे को जाम किया है. सांसद पप्पू यादव ने बिहार बंद समर्थकों को संबोधित किया. इन दौरान उन्होंने नीतीश सरकार के ऊपर निशाना साधते हुए कहा- BPSC का राम नाम सत्य है.
12 जनवरी को सांसद पप्पू यादव ने किया 'बिहार बंद' का ऐलान
पूर्णिया के सांसद पप्पू यादव ने BPSC 70वीं पीटी की परीक्षा को रद्द करने की मांग को लेकर रविवार 12 जनवरी को 'बिहार बंद' का ऐलान किया था. उन्होंने व्यापारियों से इस 'बिहार बंद' को सफल बनाने का आग्रह भी किया था. रविवार को पप्पू यादव के समर्थकों ने पटना में जगह-जगह पर बीच सड़क पर टायर में आग लगा कर आगजनी कर यातायात को बाधित किया. जाम की वजह से यात्रियों को काफी परेशानी हो रही थी. इस बंद का भीम आर्मी और AIMIM ने भी बंद का समर्थन किया है.
ये हैं छात्रों की मांगें
बीपीएससी 70वीं संयुक्त प्रतियोगी प्रारंभिक परीक्षा (BPSC 70th PT Exam) 13 दिसंबर 2024 को आयोजित की गई थी. परीक्षा के दिन से अभ्यर्थी द्वारा अनियमितताओं का आरोप लगाते हुए परीक्षा रद्द करने की मांग की जा रही है. बता दें कि बिहार में बीपीएससी 70वीं प्रारंभिक परीक्षा विवाद के बीच 4 जनवरी को 12 हजार अभ्यर्थियों के लिए री-एग्जाम आयोजित हुआ. करीब 12 हजार अभ्यर्थियों के लिए 22 एग्जाम सेंटर पर री-एग्जाम संपन्न हुआ. अब आयोग जल्द ही प्रारंभिक परीक्षा का परिणाम घोषित करने की तैयारी कर रहा है.
दरअसल, 13 दिसंबर को बिहार के विभिन्न परीक्षा केंद्रों पर बीपीएससी 70वीं पीटी परीक्षा आयोजित की गई थी. परीक्षा के दिन से ही अभ्यर्थी परीक्षा में गड़बड़ी का आरोप लगाकर इसे रद्द करके फिर से कराने की मांग कर रहे हैं. अभ्यर्थियों ने आरोप लगाया कि पटना के बापू एग्जाम सेंटर पर छात्रों को पेपर देरी से मिला था और पेपर की सील पहले से खुली हुई थी. परीक्षा के दिन इससे नाराज परीक्षार्थियों ने दूसरे एग्जाम रूम में जाकर परीक्षार्थियों की शीट और पेपर फेंक दिए थे, जिसकी पुष्टि एग्जाम रूम में लगे सीसीटीवी कैमरों में भी हुई है.