PM Modi on Employment: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव की चर्चा का जवाब दिया. उन्होंने कहा कि मानव जाति ने पिछले 100 वर्षों में कभी भी कोरोना महामारी जैसा संकट नहीं देखा. अपने संबोधन के दौरान प्रधानमंत्री ने रोज़गार से लेकर मंहगाई तक के मुद्दे पर अपनी बात रखी. उन्होंने बीते वर्षों में रोज़गार से जुड़े आंकड़े भी राज्यसभा में गिनाए. उन्होंने बताया कि कोरोना के बाद से हायरिंग दोगुना तेजी से बढ़ी है. प्रधानमंत्री के संबोधन की मुख्य बातें इस प्रकार हैं.
- प्रधानमंत्री ने बताया कि 2021 में लगभग 1 करोड़ 20 लाख लोग EPFO के पे-रोल से जुड़े हैं. जोकि फॉर्मल जॉब हैं.
- इनमें से 60-65 लाख 18-25 आयुवर्ग के हैं. जिसका मतलब है कि इन लोगों ने पहली जॉब की है.
- कोरोना के पहले की तुलना में कोरोना प्रतिबंध खुलने के बाद हायरिंग दोगुनी बढ़ गई है.
- NASSCOM की रिपोर्ट में भी इसी ट्रेंड की चर्चा है. इसके अनुसार, 2017 के बाद डायरेक्ट-इनडायरेक्ट करीब 27 लाख जॉब IT सेक्टर में बढ़ी हैं.
- मेन्यूफेक्चरिंग बढ़ने से भारत के ग्लोबल एक्सपोर्ट में वृद्धि हुई है जिसका सीधा-सीधा लाभ रोज़गार में होता है.
पीएम मोदी ने मंहगाई के मुद्दे पर भी अपनी बात राज्यसभा में रखी. उन्होंने कहा कि अमेरिका 40 साल में सबसे ज्यादा महंगाई का दौर झेल रहा है, ब्रिटेन 30 साल की रिकॉर्ड महंगाई झेल रहा है. ऐसे माहौल में भी भारत में महंगाई को एक लेवल पर रोकने का बहुत प्रयास किया गया है. 2014 से 2020 तक ये दर 4-5 प्रतिशत के नज़दीक थी. अगर इसकी तुलना UPA के दौर से करें तो पता चलेगा महंगाई क्या होती है. UPA के समय में महंगाई डबल डिजिट छू रही थी.