पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार ने, राज्य के शिक्षा ढांचे को मज़बूत करने और नौजवानों को रोज़गारदाता बनाने की दिशा में एक और कदम उठाया गया है. राज्य के सरकारी स्कूलों में पढ़ रहे बच्चों की इंटरपन्योर बनने की इच्छाओं को व्यवहारिक रूप देने के लिए, स्कूल शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने बिजनस ब्लास्टर यंग इंटरपन्योर स्कीम का उद्घाटन किया.
इस मौके पर बोलते हुये बैंस ने कहा कि जहां हमें पंजाब के शिक्षा मॉडल को पूरी दुनिया की अपेक्षा बेहतर बनाना है, वहीं साथ ही हमें यह भी निश्चित करना है कि हमारे सरकारी स्कूलों में पढ़े विद्यार्थी 12वीं करने के बाद यह न सोचें कि 'अब मैं क्या करूँ?' उन्होंने कहा कि पंजाब के सरकारी स्कूलों में पढ़ते विद्यार्थी अब रोज़गार मांगने वाले नहीं बल्कि रोज़गारदाता बनेंगे.
उन्होंने कहा कि इस सवाल को ख़त्म करने के लिए मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार की तरफ से बिजनस ब्लास्टर यंग इंटरपन्योर स्कीम शुरू करने का फ़ैसला किया गया है. इस स्कीम को 11वीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिए शुरू किया गया है और इसको पहले पड़ाव के तहत पंजाब राज्य के 9 जिलों अमृतसर, जालंधर, लुधियाना, पटियाला, संगरूर, होशियारपुर, फ़िरोज़पुर, रोपड़ और साहिबज़ादा अजीत सिंह नगर के 31 स्कूलों में शुरू किया जाना है. अगले शैक्षिक वर्ष से इस योजना को पंजाब राज्य के सभी स्कूलों में लागू किया जायेगा.
उन्होंने कहा कि इस स्कीम के अंतर्गत पहले बच्चों से उनकी व्यापारिक प्रस्ताव लिये जाएंगे और फिर उन व्यापारिक प्रस्तावों को स्थापित उद्योगपतियों के साथ विचार किया जायेगा. जो प्रस्ताव अच्छे पाये गए उनके लिए 8 विद्यार्थियों का एक मिक्स ग्रुप बना कर उनको पूरा मार्गदर्शन देते हुए ग्रुप के प्रत्येक मैंबर को 2000 रुपए दिए जाएंगे जोकि इस पैसे को अपनी व्यापारिक प्रस्ताव को सफल बनाने के लिए लगाएंगे.
उन्होंने कहा कि पंजाब राज्य के सरकारी स्कूलों में बहुत काबिल बच्चे पढ़ रहे हैं जिनमें देश दुनिया को बदलने की क्षमता है. उन्होंने आशा जताई कि यह स्कीम न केवल राज्य के सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों को रोज़गारदाता बनाऐगी, बल्कि राज्य की कई समस्याओं को भी जड़ से ख़त्म कर देगी. इस मौके पर डायरेक्टर जनरल स्कूल शिक्षा वरिन्दर कुमार शर्मा, डी. पी. आई. पंजाब कुलजीतपाल सिंह माही और डायरैक्टर एस. सी. आर. टी. मनिन्दर सिंह सरकारिया और कई अन्य अधिकारी शामिल रहे.