
राजा महेंद्र प्रताप सिंह स्टेट यूनिवर्सिटी में वर्ल्ड बैंक डिपार्टमेंट इस स्टेट यूनिवर्सिटी का निर्माण करा रहा है. इससे पूर्व ये ज़िम्मेदारी पीडब्ल्यूडी विभाग को दी गई थी. यूनिवर्सिटी 97.27 एकड़ भूमि पर बनेगी. इसका प्लान भी जारी कर दिया गया है. अभी पहली किस्त के तौर पर 10 करोड़ रुपये जारी किए जा चुके हैं. दो साल के भीतर जनवरी 2023 तक ये परियोजना पूरी हो जाएगी.
यूनिवर्सिटी में प्रशासनिक भवन, शौक्षणिक भवन, लाइब्रेरी, कॉमन फैसिलिटी सेंटर, गर्ल्स और ब्वायज हॉस्टल, अधिकारियों के आवास, गार्डरूम सहित अन्य निर्माण शामिल हैं. ये सभी निर्माण कार्य 24917.94 एकड़ में पूरे होंगे. यूनिवर्सिटी निर्माण की अधिसूचना 22 नवम्बर 2019 को जारी हुई थी. यूनिवर्सिटी के कुलसचिव व वित्त अधिकारी की नियुक्ति की जा चुकी है. यूनिवर्सिटी बनने के बाद अलीगढ़, हाथरस, कासगंज व एटा के लगभग 395 कॉलेज शामिल होंगे.
यूनिवर्सिटी में होंगे कई डिपार्टमेंट जहां पढ़ाए जाएंगे ये कोर्स
यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ वोकेशनल स्टडीज में बैचलर इन वोकेशनल कोर्स, पशु एंव डेयरी टेक्निकल ट्रेनिंग, कम्युनिकेटिव इंग्लिश फॉरेन लैंग्वेज का कोर्स होगा. स्कूल और एडवांस लर्निंग में डिपार्टमेंट कफ एडवांस कम्प्यूटिंग, डिपार्टमेंट ऑफ़ बायो टेक्नोलॉजी, डिपार्टमेंट ऑफ़ डिसीज़न साइंस, डिपार्टमेंट ऑफ़ मस्क्युलर जेनेटिक्स, डिपार्टमेंट ऑफ़ रेनयुवेबेल एनर्जी शामिल होंगे. बता दें कि डिपार्टमेंट ऑफ़ मल्टीलेंग्युल स्टडीज में स्कूल ऑफ स्पिरिचुअल साइंस एंड योगा, स्कूल ऑफ हयूमैनिटिज़ आर्ट एंड सोशल साइंस, स्कूल ऑफ ट्रांस डिससिप्लीनरी साइंस में विभिन्न कोर्स उपलब्ध रहेंगे.
बता दें कि राजा महेंद्र सिंह ने ही अलीगढ़ में विश्वविद्यालय खोलने के लिए अपनी जमीन दान की थी, लेकिन अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के किसी भी कोने में उनका नाम अंकित नहीं है. इसी कारण यहां पर एएमयू यानी अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी का नाम बदलने के लिए काफी मांग उठती रहती है. लेकिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसके लिए रास्ता निकाला है.
प्रदेश सरकार ने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के जवाब में महेंद्र प्रताप सिंह के नाम पर राज्य स्तरीय विश्वविद्यालय बनाने का निर्णय लिया. योगी आदित्यनाथ सरकार ने 2019 में राजा महेंद्र प्रताप के नाम पर अलीगढ़ में एक नया विश्वविद्यालय स्थापित करने का भरोसा दिलाया था. सीएम योगी आदित्यनाथ ने 14 सितंबर, 2019 को विश्वविद्यालय के निर्माण की घोषणा की थी. अब इसकी नींव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 14 सितंबर को रखेंगे.
कोल तहसील के लोढ़ा और मुसईपुर गांवों में विश्वविद्यालय के लिए भूमि प्रस्तावित की गई थी. जिला प्रशासन ने 37 हेक्टेयर से अधिक सरकारी भूमि देने का निर्णय किया था. इसके अलावा अन्य 10 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहित की गई थी.