कोरोना का खतरा दिन-प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है. इस खतरे को देखते हुए राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार ने सरकारी स्कूलों में 5वीं कक्षा तक मौजूदा शिक्षा सत्र में कोई परीक्षा नहीं कराने का फैसला किया है. इन कक्षाओं के बच्चों को आकलन के आधार पर अगली कक्षा में प्रमोट कर दिया जाएगा. शिक्षा विभाग ने इस बारे में आदेश जारी कर दिए हैं.
राजस्थान सरकार के इस फैसले के मुताबिक पहली कक्षा से 5वीं तक के छात्रों को 'आओ घर से सीखें कार्यक्रम' के तहत किए गए आकलन के आधार पर अगली कक्षा में प्रमोट किया जाएगा. फैसले के अनुसार बच्चों को एक अप्रैल 2021 को प्रमोट किया जाएगा और इसके लिए किसी तरह की परीक्षा नहीं होगी.
विभाग के अनुसार छठी और 7वीं क्लास के छात्रों की परीक्षा 15-22 अप्रैल तक विद्यालय स्तर पर, 9वीं से 11वीं क्लास के छात्रों की परीक्षा 6-22 अप्रैल तक जिला स्तर पर और 8वीं की परीक्षा बोर्ड पैटर्न पर आयोजित की जाएगी.
छठी, 7वीं, 9वीं और 11वीं क्लास के परिणाम 30 अप्रैल को घोषित किए जाएंगे. इसके बाद छात्रों को अगली क्लास में एक मई से एडमिशन मिल सकेगा.
स्कूली शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने ट्वीट कर बताया, 'कोरोना से उत्पन्न परिस्थितियों को देखते हुए सरकार ने स्थानीय परीक्षाओं के बारे में संवेदनशीलता से यह निर्णय किया है.'