REET Paper Leak: राजस्थान सरकार ने शिक्षक पात्रता परीक्षा (REET) को रद्द कर दिया है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने लेवल टू रीट परीक्षा को रद्द किए जाने का ऐलान किया. यह परीक्षा अब फिर से करवाई जाएगी. मुख्यमंत्री गहलोत ने REET परीक्षा में 30 हजार और पदों की घोषणा की. राज्य में अब 62 हजार पद पर दो REET में शिक्षक भर्ती होगी.
दरअसल, राजस्थान में शिक्षक पात्रता परीक्षा का पर्चा लीक हो गया था जिसके बाद राज्य में हंगामा मच गया. विपक्षी दलों ने पर्चा लीक होने के बाद से ही राज्य की गहलोत सरकार पर हल्ला बोल दिया था और लगातार निशाने पर लिया. पिछले साल पर्चा लीक होने के बाद स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (SOG) ने गिरोह का पर्दाफाश किया था. केस में सरगना उदाराम और रामकृपाल मीणा समेत अब तक कई आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है. आरोपी रामकृपाल ने पेपर के बदले उदाराम को 1 करोड़ 22 लाख रुपये दिए थे.
राजस्थान सरकार के जयपुर स्थित शिक्षा संकुल के पेपर संग्रहण केंद्र से पिछले साल 24 सितंबर को ही पेपर निकालकर गिरोह को दिया गया था. वहीं, अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस, एटीएस और एसओजी अशोक राठौड़ ने बताया, रीट परीक्षा पेपर आउट केस में मुख्य आरोपी भजनलाल को हाल ही में गिरफ्तार किया गया था. भजनलाल से पूछताछ करने पर सामने आया कि रीट का पेपर उसे उदाराम विश्नोई ने दिया था. वहीं, उदाराम को शिव शक्ति पब्लिक स्कूल के रामकृपाल मीणा ने पेपर संग्रहण केंद्र से पेपर निकालकर दिया था.
REET मामले पर सरकार पर विपक्ष हमलावर
राजस्थान के विपक्षी दल लगातार रीट पर्चा लीक मामले में गहलोत सरकार पर हमलावर रहे हैं. समय-समय पर विरोध प्रदर्शन होते रहे हैं. वहीं, लीक मामले की जांच सीबीआई से करवाने की मांग हो रही थी. बीते दिनों जयपुर में राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (RLP) के कार्यकर्ताओं और नेताओं ने गहलोत सरकार के खिलाफ हल्ला बोला था. नेताओं ने राज्यपाल के नाम से जिला कलेक्टर को ज्ञापन भी सौंपा था.
भजनलाल की कांग्रेस नेताओं के साथ फोटोज
फेसबुक पर भजनलाल की मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से लेकर सचिन पायलट जैसे कांग्रेस नेताओं के साथ तस्वीरें सामने आ चुकी हैं. बताया जा रहा है कि ठेकेदार भजनलाल विश्नोई की कांग्रेस के विधायकों और मंत्रियों के बीच बैठक हुई है. यह भी कहा गया कि जब बाड़मेर में SOG पूछताछ करने आई थी उस वक्त भी विधायक और पूर्व मंत्री के दखल के बाद भजनलाल को हिरासत में नहीं लिया गया था और जयपुर आने के लिए बोला गया था. वहीं, राजस्थान सरकार ने पेपर लीक होने के मामले में माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. धर्मपाल जारौली को बर्खास्त कर दिया था और सचिव अरविंद कुमार सेंगवा को निलंबित कर दिया गया.