Kolkata Professor Row: कोलकाता की महिला असिस्टेंट प्रोफेसर को आपत्तिजनक इंस्टाग्राम पोस्ट के चलते यूनिवर्सिटी द्वारा पद से हटाने का मामला प्रकाश में आया है. प्रोफेसर के वकील ने बताया है विश्वविद्यालय ने एक इंस्टाग्राम पोस्ट के लिए कथित तौर पर असिस्टेंट प्रोफेसर से 'इस्तीफा' देने के लिए दबाव बनाया गया था. वकील झुमा सेन ने बताया, ' उन्हें विश्वविद्यालय में बुलाया गया था, वहां एक समिति थी. कुलपति भी मौजूद रहे. उन्हें सूचित किया गया था कि उनके एक इंस्टाग्राम पोस्ट पर एक कथित शिकायत आई है. एक स्टूडेंट के माता-पिता ने इंस्टाग्राम पर उनकी तस्वीर को आपत्तिजनक बताया है.'
इंस्टाग्राम पर 'आपत्तिजनक' फोटो के चलते गई असिस्टेंट प्रोफेसर की नौकरी
उन्होंने आगे कहा कि विश्वविद्यालय ने उन्हें एक रिपोर्ट जमा करने के लिए कहा. यह एक स्वैच्छिक इस्तीफा नहीं था, बल्कि एक जबरन लिया गया इस्तीफा था. शिकायत की एक कॉपी और स्पष्टीकरण सहित डॉक्यूमेंट्स की एक लिस्ट मांगने के लिए उनकी ओर से विश्वविद्यालय को कानूनी नोटिस भेजा गया था मगर, शिकायत की प्रति उपलब्ध नहीं कराई गई है.
उन्होंने ड्रेस कोड के नियम और स्वतंत्र जांच को लेकर भी डॉक्यूमेंट्स की मांग की थी जो उपलब्ध नहीं कराए गए. बजाय इसके, यूनिवर्सिटी ने शिकायत को कॉपी पेस्ट कर भेज दिया जो वास्तविक शिकायत पत्र नहीं था. इसके साथ ही प्रोफेसर को यूनिवर्सिटी की बदनामी करने के ऐवज में 99 करोड़ रुपये मानहानि केस की धमकी भी दी गई.
उन्होंने यहा भी कहा कि अभी हम भी आचरण के नियमों को नहीं जानते हैं. यूनिवर्सिटी के पास ऐसे नियम होने चाहिए थे लेकिन उन्हें अभी यह बताए नहीं गए हैं. इसके अलावा जिस तस्वीर को लेकर शिकायत की गई है वह महिला प्रोफेसर के विश्वविद्यालय ज्वाइन करने से पहले की है और इसे यूनिवर्सिटी कैंपस में क्लिक नहीं किया गया था.