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छात्राओं को राहत, बिहार के 5 हजार से ज्यादा स्कूलों में लगेंगी सेनेटरी पैड की वेडिंग मशीन

माहवारी के वक्त सेनेटरी पैड आसानी से नहीं मिलने की वजह से कई छात्राएं स्कूल नहींं जा पाती हैं. स्कूल आने के बाद भी उन्हें कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. इसी को ध्यान में रखते हुए महिला एवं बाल विकास निगम ने बिहार के 5,131 स्कूलों में वेंडिंग मशीन लगाने का फैसला किया है.

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Sanitary pad vending machine( Representational images)
Sanitary pad vending machine( Representational images)

बिहार के 5,131 स्कूलों में सेनेटरी पैड की वेंडिंग मशीन लगाने की कवायद शुरू हो गई है. ये मशीनें राज्य के मध्य और माध्यमिक विद्यालयों में लगाई जाएंगी. पहले चरण में 243 स्कूलों में इस वेंडिंग मशीन को लगाया जाएगा. इसके लिए सबसे पहले शहरी क्षेत्रों के स्कूलों का चयन हुआ है. इस वेंडिग मशीन को महिला एवं बाल विकास निगम की ओर से लगाया जाएगा. इसके साथ डिस्पोजल मशीन भी लगाया जाएगा. साथ ही निगम द्वारा हर स्कूल को 55-55 हजार रुपये की राशि दी जाएगी. 

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माहवारी छात्राओं को स्कूल में होती दिक्कतें

माहवारी के वक्त सेनेटरी पैड आसानी से नहीं मिलने की वजह से कई छात्राएं स्कूल नहींं आ पाती हैं. इस दौरान स्कूल आने के बाद भी उन्हें कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है. इसी को ध्यान में रखते हुए  बिहार के 5,131 स्कूलों में सेनेटरी पैड की वेंडिंग मशीन लगाने का फैसला किया गया है.

महिला एवं बाल विकास निगम का ये है प्लान

महिला एवं बाल विकास निगम ने छात्राओं को जागरूक करने के लिए चीफ मास्टर ट्रेनर तैयार कर लिया है. ये ट्रेनर छात्राओं को माहवारी और स्वच्छता पर जागरूक करेंगी. इसके लिए सभी 30 जिलों के स्वास्थ्य विभाग से 67 कर्मी शामिल होंगी. प्रशिक्षण के बाद सभी अपने-अपने जिलों की महिला कर्मियों को प्रशिक्षण देंगी.

 

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