राजधानी दिल्ली के द्वारका में स्थित दिल्ली पब्लिक स्कूल (DPS Dwarka) के बाहर कई अभिभावक विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. पेरेंट्स आरोप लगा रहे हैं कि डीपीएस स्कूल ने फीस जमा नहीं करने पर 14 बच्चों का नाम काटकर उन्हें टीसी (Transfer Certificate) दे दिया है. इसको लेकर पेरेंट्स डीपीएस पब्लिक स्कूल से काफी नाराज हैं. बता दें कि इस मामले में aajtak.in की ओर से स्कूल से संपर्क करने की कोशिश की जा रही है. प्रतिक्रिया मिलते ही उनका भी पक्ष रखा जाएगा.
पिछले काफी समय से कई स्कूलों की फीस बढ़ाए जाने को लेकर पेरेंट्स द्वारा प्रोटेस्ट करने की खबरें आती रही हैं. द्वारका के डीपीएस स्कूल में भी कुछ वक्त पहले फीस बढ़ा दी गई थी, जिसका पेरेंट्स विरोध कर रहे थे. इस मामले की शिकायत दिल्ली पेरेंट्स एसोसिएशन ने शिक्षा विभाग के अलग-अलग अधिकारियों के पास की, जिसके बाद शिक्षा विभाग ने यह आश्वासन दिया था कि इस मामले की जांच की जाएगी. बावजूद इसके समस्या का कोई समाधान नहीं हुआ और डीपीएस द्वारका में पढ़ने वाले अलग-अलग क्लास के 14 बच्चों का नाम बढ़ी हुई फीस जमा नहीं करने की वजह से काट दिया गया.
फीस को 100 गुना बढ़ाया गया
दिल्ली पेरेंट्स एसोसिएशन की अध्यक्ष अपराजिता गौतम से मिली जानकारी के अनुसार, जिन बच्चों के नाम काटे गए हैं, वे अलग-अलग कक्षा में पढ़ते हैं. उनके नाम सोमवार को स्कूल ने काट दिए हैं. इस बात की जानकारी मिलते ही उनके पेरेंट्स मंगलवार सुबह स्कूल के बाहर प्रोटेस्ट करने पहुंच गए. पेरेंट्स हाथों में तख्तियां लेकर स्कूल के बाहर खड़े होकर प्रोटेस्ट कर रहे हैं और अपने बच्चों के दोबारा एडमिशन की मांग कर रहे हैं. अपराजिता ने आगे कहा कि, अब तक इस स्कूल में सालाना फीस 93 हजार होती थी उसे बढ़ाकर स्कूल ने 1,70,000 रुपये कर दिया है. यह 100 फीसदी बढ़ोतरी पूरी तरह से अवैध है और शिक्षा विभाग इसमें पूरी तरह से मिला हुआ है. यही वजह है कि स्कूल मैनेजमेंट को किसी का कोई डर नहीं है. अपराजिता गौतम के अनुसार, कई पेरेंट्स को शो कॉज नोटिस भी भेजा गया है.
अभिभावकों के साथ बच्चे भी हो रहे परेशान
अपराजिता ने आगे कहा कि इस मामले को लेकर शिक्षा विभाग के डायरेक्टर से मुलाकात की जाएगी और अब पानी सिर से ऊपर चला गया है, जिसकी वजह से पेरेंट्स तो परेशान हैं ही, बच्चे भी मानसिक तौर पर प्रताड़ित हो रहे हैं. वहीं, उनका यह भी कहना है कि सरकार आज स्कूलों को बेहतर करने के साथ-साथ स्कूल की मनमानी रोकने की खूब दावे करती है, लेकिन जिस तरह से स्कूल फीस बढ़ाकर पेरेंट्स को परेशान किया जा रहा है, उस पर सरकार की तरफ से न कोई कार्रवाई हो रही है और ना ही कोई प्रतिक्रिया सामने आई है.