
Schools Closed: कड़ाके की ठंड को देखते हुए पटना के जिलाधिकारी ने पहली कक्षा से लेकर आठवीं कक्षा तक के सभी स्कूलों को बंद करने का आदेश जारी किया है. प्रशासन ने बच्चों के स्वास्थ्य और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया है. मौसम विभाग ने रविवार को बताया कि बिहार शीत लहर की चपेट में है और कई स्थानों पर न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस या उससे कम दर्ज किया गया है. भीषण ठंड के कारण पटना जिला प्रशासन ने एक आदेश में कक्षा 8 तक के सभी सरकारी और निजी स्कूलों को 11 जनवरी तक बंद रखने को कहा है.
पटना के डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह द्वारा जारी आदेश के अनुसार, प्री स्कूल/ आंगनबाड़ी केंद्रों समेत कक्षा आठवीं तक सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूलों को बंद रखने का फैसला किया है. हालांकि, शिक्षकों को अपने निर्धारित समय पर स्कूल में उपस्थित रहना होगा. इस कदम का उद्देश्य बच्चों को ठंड से होने वाले नुकसान से बचाना है, जबकि स्कूल प्रशासन की गतिविधियां जारी रहेंगी.
कक्षा 9वीं से 12वीं तक के छात्रों का स्कूल टाइम बदला
जिन छात्रों की कक्षाएं नौवीं से ऊपर हैं, उनके लिए स्कूल का समय सुबह 9:00 बजे से दोपहर 3:30 बजे तक निर्धारित किया गया है. यह व्यवस्था सुनिश्चित करती है कि बड़े बच्चों की पढ़ाई प्रभावित न हो, लेकिन वे भी सुबह की ठंड से बच सकें.
बिहार के कई हिस्सों में 6.7 डिग्री तक लुढ़का पारा
बिहार में दिन में कुछ स्थानों पर घना कोहरा छाया रहा और मौसम विभाग ने आने वाले दो-तीन दिनों में कई इलाकों में घना कोहरा छाए रहने का अनुमान जताया है. मौसम विभाग ने बताया कि रविवार को राज्य में सबसे कम तापमान मोतिहारी में 6.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, इसके बाद सारण (6.9 डिग्री सेल्सियस), डेहरी (7 डिग्री सेल्सियस), समस्तीपुर (9.2 डिग्री सेल्सियस), वैशाली (9.8 डिग्री सेल्सियस) और पटना (10 डिग्री सेल्सियस) का स्थान रहा. कई अन्य स्थानों पर भी ठंड का असर देखने को मिला. सहरसा, बांका, वाल्मीकिनगर, दरभंगा और किशनगंज में न्यूनतम तापमान 10.1 डिग्री सेल्सियस और 10.5 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया.
झारखंड में भी बंद हुए स्कूल
झारखंड सरकार ने शनिवार को राज्य में आठवीं क्लास तक के छात्रों के लिए 7 से 13 जनवरी तक सभी स्कूल बंद रखने की घोषणा की है. स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग द्वारा शनिवार शाम को जारी सूचना के अनुसार, यह आदेश सभी प्रकार के स्कूलों पर लागू होगा, जिनमें सरकारी, सहायता प्राप्त, अल्पसंख्यक और निजी स्कूल शामिल हैं. राज्य में शीतलहर की गंभीर स्थिति को ध्यान में रखते हुए यह कदम उठाया गया है. हालांकि, अधिसूचना में यह भी स्पष्ट किया गया है कि कक्षा 9 से 12 तक के छात्रों के लिए कक्षाएं सामान्य रूप से जारी रहेंगी. उच्च कक्षाओं के छात्रों की पढ़ाई प्रभावित न हो, इसके लिए यह व्यवस्था की गई है.