महाराष्ट्र सरकार ने एक बार फिर से 17 अगस्त से स्कूल खोलने की तैयारी कर ली है. इसके लिए सरकार ने दिशा निर्देश भी तैयार कर लिए हैं. इसके अनुसार शहरी क्षेत्रों में कक्षा 8वीं से 12वीं, जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में कक्षा 5वीं से 7वीं तक सुरक्षा दिशा-निर्देशों के साथ क्लासेज शुरू की जा सकती हैं.
संबंधित क्षेत्र में स्कूल खोलने का निर्णय लेने के लिए एक चार सदस्यीय पैनल का गठन किया जाएगा जिसका नेतृत्व नगर आयुक्त जिला कलेक्टर संबंधित क्षेत्र शहरी और ग्रामीण क्षेत्र के आधार पर किया जाएगा. सरकार की ओर से जारी गाइडलाइन के अनुसार कहा गया है कि स्कूल में आने वाले शिक्षकों का टीकाकरण होना चाहिए. इसके अलावा स्कूल शिफ्टों में संचालित होंगे. प्रत्येक बेंच पर एक छात्र बैठेगा और बेंच में 6 मीटर की दूरी होनी चाहिए.
बता दें कि उन्हीं क्षेत्रों में स्कूल खोले जाने के भी निर्देश हैं जहां पिछले 30 दिनों में कोविड मामले कम हुए हैं. यही नहीं सरकार ने ये भी कहा है कि स्कूलों में हाथ धोने की व्यवस्था होनी चाहिए. साथ ही मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग अनिवार्य होगी. भीड़ से बचने के लिए अभिभावकों को स्कूल परिसर में नहीं जाने दिया जाएगा. सभी सामाजिक सभा और स्कूल समारोह आदि पर प्रतिबंध रहेगा.
अन्य राज्यों में भी स्कूल खोलने की तैयारी
बिहार में प्राइमरी से लेकर हायर सेकंडरी तक यानी कक्षा 1 से 10 तक के सभी स्कूलों को अगस्त के दूसरे सप्ताह से खोलने की उम्मीद है. राज्य के शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी के बयान के अनुसार अगर राज्य में स्थितियां अनुकूल रहीं तो अगस्त के दूसरे सप्ताह से स्कूल खोलने की खातिर आपदा प्रबंधन समूह की बैठक में फैसला लिया जाएगा. बता दें कि यहां 11वीं और 12वीं के स्कूल जुलाई में ही खोले जा चुके हैं.
पंजाब में भी कोरोना के मामले काफी कम हुए हैं. इसलिए राज्य में फिलहाल 26 जुलाई से कक्षा 10, 11 और 12 के स्कूल खुल रहे हैं. लेकिन राज्य में इसे लेकर अलग ही नियम लागू है. यहां सिर्फ उन्हीं टीचर्स और स्टाफ को स्कूल में एंट्री मिलेगी जो पूरी तरह वैक्सीनेट हो चुके होंगे. स्टूडेंट्स स्कूल आएं या नहीं, इसपर पैरंट्स का निर्णय अंतिम होगा.
बता दें कि आईसीएमआर और तमाम स्वास्थ्य विशेषज्ञ दूसरी लहर के बाद बच्चों के लिए स्कूल खोलने की सिफारिश कर चुके हैं. एम्स निदेशक डॉ रणदीप गुलेरिया ने भी कहा है कि छोटे बच्चे कोविड-19 से लड़ने में कहीं ज्यादा सक्षम हैं. कई राज्य इसी का हवाला देकर स्कूल खोल रहे हैं. ये प्रोटोकॉल लागू होगा.