जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे को शुक्रवार सुबह नारा शहर में गोली मारी गई, जिसके बाद से उनकी हालत नाजुक बनी हुई थी. आबे जिस समय चुनाव के लिए भाषण दे रहे थे, उसी दौरान एक 41 साल के हमलावर ने गोलियां चला दी थीं. इसके बाद आबे को दिल का दौरा भी पड़ा. आबे को गोली लगने के बाद नजदीकी अस्पताल में भर्ती करवाया गया था. शिंजो आबे अस्पताल में जिंदगी की जंग हार गए हैं. जानिए, शिंजो आबे और इस घटना से जुडीं 10 अहम बातें...
जापान में सबसे लंबे समय तक रहे पीएम
शिंजो आबे जापान के सबसे लंबे समय तक प्रधानमंत्री रहे. 21 सितंबर, 1954 को जन्में आबे पहले साल 2006 से 2007 तक और फिर साल 2012 से 2020 तक जापान के प्रधानमंत्री रहे. इस दौरान लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी (LDP) के अध्यक्ष के रूप में भी काम किया. वह जापान के इतिहास में सबसे लंबे समय तक प्रधानमंत्री पद पर रहे. आबे ने 2005 से 2006 तक जुनिचिरो कोइज़ुमी के तहत मुख्य कैबिनेट सचिव के रूप में भी कार्य किया और 2012 में विपक्ष के कुछ समय के लिए नेता थे.
राजनैतिक परिवार से आते हैं आबे
शिंजो आबे के दादा नोबूसुके किशी भी साल 1957 से लेकर 60 तक जापान के प्रधानमंत्री रह चुके हैं. वहीं, उनके पिता शिंतारो आबे साल 1982 से 86 तक जापान के विदेश मंत्री थे.
भारत से आबे के रिश्ते हमेशा रहे करीबी
जापान के पूर्व पीएम आबे भारत के हमेशा ही करीबी रहे. साल 2006-07 में आबे ने भारत का दौरा किया और यहां की संसद को संबोधित किया. इसके बाद, दूसरे कार्यकाल के दौरान आबे तीन बार भारत आए. पहली बार जनवरी, 2014, दूसरी बार दिसंबर 2015 और तीसरी बार सितंबर 2017 में भारत आए. वह पहले ऐसे जापानी प्रधानमंत्री थे, जिन्होंने भारत के इतने दौरे किए. गणतंत्र दिवस, 2014 की परेड में आबे भारत के चीफ गेस्ट रहे. आबे के भारत के साथ यूपीए शासन के दौरान भी अच्छे रिश्ते रहे और फिर जब साल 2014 में एनडीए सरकार बनी और नरेंद्र मोदी पीएम बने, उसके बाद भी भारत और जापान के अच्छे रिश्ते रहे.
पीएम मोदी संग आबे ने की थी गंगा आरती
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और शिंजो आबे के रिश्ते काफी करीबी रहे हैं. जब साल 2015 में आबे ने भारत का दौरा किया, तब प्रधानमंत्री मोदी उन्हें अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी लेकर गए. यहां दोनों ने मशहूर दशाश्मेध घाट पर गंगा आरती में शिरकत की थी. इस दौरान, प्रख्यात संगीतज्ञ और पद्य भूषण सम्मान से सम्मानित पंडित छन्नूलाल मिश्र, काशी विश्वनाथ मंदिर ट्रस्ट के पंडित अशोक द्विवेदी भी मौजूद थे.
अहमदाबाद में हुआ था भव्य स्वागत
साल 2017 में जब जापान के तत्कालीन प्रधानमंत्री शिंजो आबे अपने दो दिवसीय भारत दौरे पर पहुंचे, तब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनकी अगवानी की थी. अहमदाबाद में उनका जबरदस्त स्वागत किया गया था. इसके बाद एयरपोर्ट से लेकर साबरमती आश्रम तक दोनों नेताओं ने आठ किलोमीटर लंबा रोड शो भी किया था. साबरमती आश्रम में पीएम मोदी ने आबे को गांधी जी का चरखा और तीन बंदर दिखाए. साथ ही, दोनों नेताओं की साबरमती रिवरफ्रंट के सामने बैठे हुए तस्वीरें भी सामने आई थीं.
भारत-चीन सीमा विवाद के दौरान भी मिला जापान का साथ
साल 2013 के बाद से भारत और चीन के बीच कई बार सीमा विवाद सामने आया. अप्रैल 2013, सितंबर 2014, जून-अगस्त 2017 और फिर मई 2020 के बाद कई महीनों तक चला सीमा विवाद. डोकलाम विवाद के दौरान भारत को जापान का कई बार साथ मिला. आबे के नेतृत्व में जापान ने चीन द्वारा यथास्थिति में बदलाव किए जाने के खिलाफ बयान दिए थे.
आबे और पीएम मोदी ने किया था बुलेट ट्रेन का शिलान्यास
भारत में चल रही बुलेट ट्रेन परियोजना पर जापान का काफी साथ मिला है. साल 2017 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और जापान के पीएम शिंजो आबे ने अहमदाबाद में देश के पहली बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट का शिलान्यास किया. यह प्रोजेक्ट करीब 1 लाख करोड़ रुपए का है, बुलेट ट्रेन का यह प्रोजेक्ट अहमदाबाद से मुंबई तक का है. सरकार की ओर से इसे इसी साल (2022) में पूरा किए जाने की बात कही गई थी, लेकिन अभी प्रोजेक्ट पूरा होने में कुछ समय और लग सकता है.
घटना पर पीएम मोदी और राहुल गांधी ने दी प्रतिक्रिया
जापान में पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे को गोली मारने की घटना के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कांग्रेस नेता राहुल गांधी की प्रतिक्रिया सामने आई. पीएम मोदी ने ट्वीट करके लिखा कि मेरे प्रिय मित्र शिंजो आबे पर हुए हमले से बहुत व्यथित हूं. प्रार्थनाएं उनके, उनके परिवार और जापान के लोगों के साथ हैं. वहीं, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट कर लिखा, ''जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे पर हमले की खबर सुनकर स्तब्ध हूं. उन्होंने भारत-जापान के संबंधों को गहरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. उनके जल्द ठीक होने की कामना करता हूं. संवेदनाएं परिवार के साथ हैं.''
कैसे हुई पूरी घटना?
आबे को उस वक्त गोली मारी गई, जब वह नारा शहर में भाषण दे रहे थे. शूटर ने आबे पर हमला करने के लिए एक हैंडमेड बंदूक का इस्तेमाल किया. हमले के लिए इस्तेमाल बंदूक को काले टेप से लपेटकर छुपाया गया था. गोली मारने के बाद ही हमलावर को गिरफ्तार कर लिया गया. घटना के बाद घायल आबे को नजदीकी अस्पताल में भर्ती करवाया गया.
घटना का वीडियो भी आया सामने
शिंजो आबे के साथ हुई इस घटना का वीडियो भी सामने आया है. वीडियो में देखा जा सकता है कि वह भाषण दे रहे हैं, उसी दौरान हमलावर ने पीछे से गोली चलाई. यह गोली आबे की पीठ से होते हुए सीने में आ गई. हमलावर ने कुल दो गोलियां चलाई हैं. इसके बाद उन्हें तुरंत एयरलिफ्ट करके अस्पताल ले जाया गया.