कैपेनिंग खत्म होने के बाद तुरंत की गई साफ-सफाई
'जब तक सफाई नहीं, तब तक दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव के नतीजे नहीं'. दिल्ली हाईकोर्ट के इस फैसले के बाद से डूसू चुनाव के नतीजे अटके हुए हैं. दिल्ली हाई कोर्ट ने कहा कि पहले उम्मीदवार कैंपस साफ करें तभी काउंटिंग की इजाज़त देंगे. आपने इतना पैसा खर्च किया है, आप उस जगह को साफ करने, उसे दोबारा पैंट करने का खर्च भी उठा सकते हैं. तभी से छात्र संघ के 'नेताजी' और कार्यकर्ताओं ने बैलेट पेपर वाले प्लेकार्ड छोड़कर सफाई अभियान में लगे हैं.
दिल्ली होईकोर्ट ने डूसू इलेक्शन के दौरान पोस्टर्स, बैनर्स, होर्डिंग्स की भरमार पर सख्ती दिखाते हुए कहा था कि शहर में हर रोज कोई न कोई संकट रहता है, डेंगू है, मलेरिया है. यह लोकतंत्र का उत्सव है, यह मनी लांड्रिंग का उत्सव नहीं है. हाईकोर्ट ने छात्र नेताओं से कहा हम नतीजे रोक कर रखना नहीं चाहते हैं. आप सार्वजनिक संपत्ति/ स्थलों को साफ कर दें, फिर से पेंट करा दें, हम अगले दिन काउंटिंग करा देंगे. इस मामले में अगली सुनवाई 21 अक्टूबर को होगी. इस बीच छात्र नेताओं ने बताया कि कैंपस में सफाई अभियान जारी है, वे खुद भी सफाई कर रहे हैं और बहुत हद तक दिल्ली यूनिवर्सिटी क्लीन हो चुकी है.
कैंपस में जाकर खुद से स्वच्छता अभियान चला रहे कार्यकर्ता
ABVP की ओर से उपाध्यक्ष पद के उम्मीदवार भानु प्रताप सिंह ने कहा कि विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता कोर्ट के आदेश के बाद से अलग-अलग कॉलेजों के कैंपस में जाकर खुद से स्वच्छता अभियान चलाकर सफाई कर रहे हैं. उन्होंने कहा, 'यह विद्यार्थियों को कैंपस है, विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं का कैंपस है. जहां कमियां रह गई हैं और सफाई नहीं हुई हैं. हम उम्मीदवार भी वहां जाकर सफाई कर रहे हैं.' डूसू चुनाव नतीजे में देरी को लेकर भानु ने कहा कि इस छात्र संघ चुनाव का भविष्य में भारत की राजनीति में अहम रोल है. इस प्रकार से दिल्ली विश्वविद्यालय के अंदर इस चुनाव पर रोक लगाना ठीक नहीं है. अगर उच्च न्यायलय के इस फैसले को लेकर कुलपति से भी मिलना हुआ तो उनसे भी जल्द से जल्द परिणाम घोषित करने की अपील करेंगे.
कैपेनिंग खत्म होने के बाद तुरंत की गई साफ-सफाई
ABVP की ओर से सचिव पद की प्रत्याशी मित्रविंदा कर्णवाल ने कहा कैंपस में सफाई चल रही है और ABVP ने कोर्ट के आदेश से पहले सफाई को अपने अभियान के हिस्सा बनाया था. उन्होंने कहा, 'स्टूडेंट ऑफ डेवलेपमेंट अभियान के तहत कैपेनिंग के दौरान एबीवीपी कैंडिडेट्स की ओर से जो भी गंदगी हुई है जैसे पोस्टर्स, होर्डिंग्स, बैनर्स. हर कॉलेज और एबीवीपी की यूनिट्स कैपेनिंग खत्म होने के बाद तुरंत साफ-सफाई की गई. यह पूरे अभियान के हिस्सा रहा है. अभी काम चल ही रहा है और बहुत हद तक यूनिवर्सिटी क्लीन भी हो गई है.'
उन्होंने आगे कहा कि न्यायलय छात्र संघ चुनाव में रिफॉर्मस चाह रहा है. यह अच्छी बात है, एबीवीपी भी हमेशा से रिफॉर्म्स के साथ रहा है. पर रिफॉर्म्स को अगर प्रोसेस में लाना है तो उसका यह तरीका नहीं है कि जो छात्र संघ चुनाव हो गए हैं उसके रिजल्ट में देरी की जाए. क्योंकि यह छोटी-मोटी बात नहीं है, यह डीयू के डेढ़ लाख स्टूडेंट्स के रिप्रेजेंटेशन की बात है उनके डेमोक्रेटिक राइट्स की बात है.
कोर्ट के आदेश के बाद मतगणना के प्रतिशत में आई गिरावट: ABVP दिल्ली स्टेट सेक्रेटरी
ABVP दिल्ली स्टेट सेक्रेटरी हर्ष अत्री ने कहा, 'कोर्ट ने समस्याओं को देखते हुए यह आदेश दिया है. विद्यार्थियों और विद्यार्थी परिषद का भी यह मानना है कि इलेक्टोरल रिफॉर्म आना चाहिए. कोर्ट के आदेश के पहले से ही ABVP ने कैंपस में साफ-सफाई का अभियान चलाया है. लेकिन एक ऐसा छात्र संघ जो विश्व में सबसे बड़ा छात्र संघ है. उस छात्र संघ में जब भी ऐसा आदेश आता है तो छात्रों में छात्र संघ को लेकर संशय पैदा होता है. कोर्ट का आदेश आने के बाद मतगणना के प्रतिशत में गिरावट आई है.'
कहीं कोई गंदगी नहीं है: अमन कपासिया
ABVP की ओर से संयुक्त सचिव पद के उम्मीदवार अमन कपासिया ने कहा कि अगर आप देखेंगे तो पूरा दिल्ली विश्वविद्यालय साफ है. कहीं कोई गंदगी नहीं है, कहीं कोई पोस्टर या बैनर नहीं दिखेगा. मुझे लगता है कि 21 अक्टूबर को होने वाली सुनवाई के बाद दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव के नतीजे जारी हो जाएंगे.
डीयू के 700 कर्मचारी और ABVP कार्यकर्ता लगातार सफाई में लगे हुए हैं. कॉलेजों के बाद एबीवीपी की यूनिट सफाई अभियान में जुटी है. जल्द ही परिणाम घोषित कर दिया जाएगा. बता दें कि 2024-25 के लिए डूसू इलेक्शन 27 सितंबर को हुए थे और 28 सितंबर को नया पैनल घोषित किया जाना था. लेकिन कोर्ट के बड़े दखल के बाद काउनटिंग और नतीजे पर रोक लगा दी गई है. उम्मीद है कि 21 अक्टूबर को होने वाली सुनवाई के बाद डूसू चुनाव के नतीजे घोषित कर दिए जाएंगे.