Delhi Government Happiness Program: दिल्ली सरकार का हैप्पीनेस उत्सव आज, 29 जुलाई 2022 को खत्म हो हो गया. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, डिप्टी सीएम व शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया समेत पंजाब के शिक्षकों का एक प्रतिनिधिमंडल त्यागराज स्टेडियम में आयोजित हुए समापन समारोह में मौजूद रहे. सीएम अरविंद केजरीवाल ने ढोल बजाकर सभी का जोश बढ़ाया. उन्होंने कहा देशभर में छात्र सुसाइड कर रहे हैं लेकिन दिल्ली में ऐसा मामला नहीं होगा, क्योंकि हैप्पीनेस क्लास से बच्चे मेंटली फिट हो रहे हैं.
हैप्पीनेस उत्सव के क्लोज़िंग कार्यक्रम में अरविंद केजरीवाल ने कहा, 'हमने पहले इन्फ्रास्ट्रक्चर ठीक किया, फिर शिक्षा ठीक किया. हमें 3 चीजें करनी हैं, बच्चों को पहले अच्छा इंसान बनाना है. बच्चे कट्टर देशभक्त होने चाहिए और तीसरा यह कि शिक्षा पूरी करने के बाद बच्चे के पास नौकरी हो. इन सबके लिए हमने हैप्पीनेस कोर्स शुरू किया कि बच्चे खुश रहें, अच्छा इंसान बनें'. उन्होंने बताया कि दिल्ली में 18 लाख बच्चे एकसाथ हैप्पीनेस क्लास का लाभ उठा रहे हैं, इसका अच्छा वाइब्रेशन पूरी दिल्ली में फैल रहा है. हम बजट का 25% शिक्षा में निवेश कर रहे हैं.
In Delhi, 18 lakh students attend the Happiness class. Many lives have been transformed, thanks to this course. Ensuring the students' happiness, and helping them discover their talents. We've been investing 25% of the budget in education: Delhi CM Arvind Kejriwal pic.twitter.com/Amess60BJZ
— ANI (@ANI) July 29, 2022
नौकरी की चिंता नहीं, खुद का बिजनेस कर लेंगे बच्चे
सीएम अरविंद केजरीवाल ने एंटरप्रेन्योरशिप करिकुलम के बारे में बात करते हुए कहा कि आज बच्चों पर इतना एकेडमिक प्रेशर है. लेकिन हमने जो एंटरप्रेन्योरशिप करिकुलम शुरू किया है, उसका भी बहुत अच्छा असर हो रहा है. बच्चों को अब नौकरी की चिंता नहीं है, वे कॉन्फिडेंट हैं कि खुद का बिजनेस कर लेंगे.
ये बच्चे ही बनेंगे दिल्ली के मुख्यंत्री और मंत्री
उन्होंने कहा, 'अमेरिका के प्रेसिडेंट की पत्नी आधे घंटे के लिए दिल्ली का स्कूल देखने आई थीं और डेढ़ घंटे हैप्पीनेस का क्लास देखकर गईं. हम ऐसा काम करके जाएं कि जब जाएं तो हम हंस रहे हों और पूरी दुनिया रो रही हो, यह हैप्पीनेस क्लास सिखाती है. कल इन्हीं बच्चों से दिल्ली का मुख्यमंत्री, मंत्री निकलेंगे. हम ऐसे बच्चे तैयार करना चाहते हैं कि जो नफरत नहीं फैलाएं.'
बता दें कि तमिलनाडु में पिछले कुछ दिनों में ही चार छात्रों ने अलग-अलग कारणों से आत्महत्या कर ली है. इनकी शुरुआत बीती 13 जुलाई से हुई. इस दिन कल्लाकुरिची में 12वीं कक्षा के एक छात्र की मौत ने काफी लोगों को परेशान कर दिया.