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दिल्ली में कोरोना की स्थिति को देखते हुए शिक्षा निदेशालय ने 20 अप्रैल से ही गर्मी की छुट्टियां घोषित कर दी हैं. इससे पहले शिक्षा निदेशालय ने आधिकारिक अधिसूचना के जरिये 11 मई से 30 जून तक ग्रीष्मकालीन अवकाश घोषित किया था.
COVID-19 के मामले बढ़ने के कारण गर्मी की छुट्टियों को रीशेड्यूल कर दिया गया है. इसके तहत अब छात्रों को 20 अप्रैल से स्कूलों में नहीं बुलाया जाएगा, हालांकि, स्कूलों के प्रधानाचार्य स्कूल से संबंधित काम जैसे शैक्षणिक, प्रवेश आदि के लिए कर्मचारियों को आदेश के अनुसार बुला सकते हैं.
देखें आदेश:
आदेश के अनुसार, छुट्टी की अवधि के दौरान, स्कूलों के प्रमुखों को किसी भी स्कूल से संबंधित कार्य के लिए आवश्यकता के अनुसार कर्मचारियों को बुलाने के लिए अधिकृत किया गया है. लेकिन इस दौरान पूरी तरह COVID-19 की गाइडलाइन का पालन करना होगा. इसके लिए समय-समय पर शिक्षा विभाग की ओर से अधिसूचनाएं जारी होती रहेंगी.
बता दें कि दिल्ली सरकार ने बीते सोमवार को कहा था कि कक्षा 9 से 12 के विद्यार्थियों को कक्षाओं या परीक्षाओं के लिए स्कूल नहीं बुलाया जाना चाहिए. डीओई ने आधिकारिक आदेश में कहा कि कक्षा 9 से 12 के किसी भी छात्र को परीक्षा, प्रैक्टिकल या किसी भी शैक्षणिक और गैर-शैक्षणिक गतिविधि के लिए स्कूल नहीं बुलाया जाना चाहिए.
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को कहा कि जब कोरोना के मामले नियंत्रण में आ जाएंगे, तभी सरकार स्कूलों को फिर से खोलने पर विचार करेगी. कक्षाओं के लिए ऑनलाइन माध्यम का प्रयोग हो सकता है, लेकिन बातचीत, खेल गतिविधियों और प्रयोगशालाओं के रूप में शिक्षा के लिए विद्याथियों को नहीं बुलाया जा सकता है.