Arvind Kejriwal Wife Sunita Kejriwal Education Qualification: इन दिनों दिल्ली शराब घोटाले में गिरफ्तार मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल को लेकर राजनीतिक गलियारों में काफी हलचल है. ऐसा माना जा रहा है कि दिल्ली में सीएम केजरीवाल की जगह अब वो ले सकती है. फिलहाल उनका एक वीडियो काफी चर्चा में हैं जिसमें उन्होंने अपने पति अरविंद केजरीवाल को निर्दोष बताते हुए कहा था कि उनके घर से ईडी को 73 हजार रुपये ही मिले.
पूर्व आईआरएस अफसर रह चुकी हैं सुनीता केजरीवाल
पूर्व आईआरएस अफसर सुनीता केजरीवाल और अरविंद केजरीवाल की जोड़ी काफी पुरानी है. दोनों ही आईआरएस अफसर रहे हैं. बिहार में जब लालू यादव को सरकार में रहते हुए जेल जाना पड़ा तो उनकी जगह उनकी पत्नी राबड़ी देवी को मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी दी गई थी. इसी की तर्ज पर माना जा रहा है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी सुनीता केजरीवाल को दी जा सकती है.सुनीता केजरीवाल एक उच्च शिक्षित महिला हैं जिन पर आम आदमी पार्टी भरोसा जता सकती है.आइए एक नजर सुनीता केजरीवाल की शिक्षा-दीक्षा पर डालते हैं.
20 साल से ज्यादा सिविल सर्विस में रहीं
सुनीता केजरीवाल पूर्व आरआरएस अधिकारी तो हैं ही साथ ही उन्हें 20 साल से ज्यादा सिविल सर्विस का भी अनुभव है. जानकारी के अनुसार सुनीता केजरीवाल ने जूलॉजी में मास्टर्स डिग्री हासिल की है. साल 1993 बैच की आईआरएस अधिकारी सुनीता की पहली मुलाकात उस दौरान 1995 बैच के आईआरएस अधिकारी अरविंद केजरीवाल से भोपाल में हुई. दोनों ही एक प्रशिक्षण कार्यक्रम में मिले. बाद में इसी मुलाकात की परिणति शादी में बदल गई. इसके बाद जब अरविंद केजरीवाल ने साल 2006 में आईआरएस के पद से इस्तीफा दिया था तब भी सुनीता सिविल सर्विस में रहीं. बता दें कि साल 2006 में केजरीवाल भारतीय राजस्व सेवा में बतौर ज्वाइंट कमिश्नर तैनात थे.
2016 में सुनीता केजरीवाल ने वीआरएस लेकर लाल बत्ती की गाड़ी छोड़ दी थी
अरविंद केजरीवाल जब सक्रिय राजनीति में आ गए और दिल्ली में उनकी एक अलग पहचान बन गई. इसके बाद जुलाई 2016 में सुनीता केजरीवाल ने वीआरएस लेकर लाल बत्ती की गाड़ी भी छोड़ दी थी. बता दें कि उस दौरान सुनीता केजरीवाल पर चुनाव प्रचार के लिए अत्यधिक छुट्टियां लेने को लेकर मीडिया में काफी चर्चाएं हो रही थीं. इन्हीं चर्चाओं के बाद उनके वीआरएस लेने की खबर सामने आई थी. वीआरएस लेने से पहले सुनीता केजरीवाल दिल्ली में आयकर अपीलीय न्यायाधिकरण (आईटीएटी) में आयकर आयुक्त के रूप में तैनात थीं. उन्हें विभाग से अभी भी पेंशन मिलती है.
समर्थ लीडर के रूप में भी है पहचान
फिलहाल सुनीता केजरीवाल को अरविंद केजरीवाल के जेल जाने के बाद दिल्ली के राजनीतिक मंच पर एक नई भूमिका में देखा जा रहा है. इससे पहले उन्हें पारिवारिक महिला, रिटायर्ड अफसर के अलावा एक सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में भी पहचाना जाता रहा है, वो समाज सेवा और न्याय के क्षेत्र में एक्टिव रहती हैं. पति अरविंद केजरीवाल के साथ मिलकर, वह दिल्ली के विकास और प्रशासन में अपना योगदान देने में सक्रिय रहती रही हैं. सुनीता केजरीवाल को एक समर्थ लीडर के रूप में भी पहचाना जाता है, जो अपने काम के माध्यम से सामाजिक परिवर्तन में योगदान करती हैं.