Surya Grahan 04 December 2021: साल का आखिरी सूर्य ग्रहण आज 04 दिसंबर को लग रहा है. आंशिक सूर्य ग्रहण सुबह 10 बजकर 59 मिनट पर शुरू हो गया है, जो दोपहर 3 बजकर 07 मिनट पर समाप्त होगा. इस सूर्य ग्रहण की कुल अवधि 4 घंटे 8 मिनट होगी. यह आंशिक सूर्य ग्रहण भारत में नहीं देखा जा सकेगा.
सूर्य ग्रहण ये जुड़ी मान्यताएं
- हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, राहु नाम का एक राक्षस और उसका अलग शरीर जिसे केतु के रूप में जाना जाता है, समय-समय पर सूर्य और चंद्रमा को पकड़ लेते हैं और उन्हें निगल जाते हैं. इसी से सूर्य और चंद्र ग्रहण होते हैं.
- वियतनाम में लोगों का मानना है कि सूर्य ग्रहण एक विशालकाय मेंढक द्वारा सूर्य को खा जाने के कारण होता है.
- प्राचीन समय में, यूनानियों का मानना था कि सूर्य ग्रहण क्रोधित देवताओं का संकेत था और यह आपदा और विनाश की शुरुआत करता था.
- अफ्रीका में पूर्वोत्तर टोगो के बाटमालीबा लोगों का मानना है कि सूर्य और चंद्रमा ग्रहण के दौरान लड़ते हैं.
मिथक और तथ्य
- पूर्ण सूर्य ग्रहण के समय हानिकारक किरणें पृथ्वी पर आती हैं जो अंधेपन का कारण बन सकती हैं.
अमेरिकी स्पेस एजेंसी NASA के अनुसार, "पूर्ण सूर्य ग्रहण के दौरान जब चंद्रमा की डिस्क पूरी तरह से सूर्य को ढक लेती है, तो यह केवल इलेक्ट्रो मैग्नेटिक रेडिएशन उत्सर्जित करता है. वैज्ञानिकों ने इस विकिरण का अध्ययन किया है. यह स्वयं सूर्य से प्रकाश की तुलना में एक लाख गुना मंद होता है और इसमें इतनी तीव्रता नहीं होती कि यह 150 मिलियन किलोमीटर अंतरिक्ष को पार कर, हमारे घने वातावरण में प्रवेश कर सके और अंधेपन का कारण बन सके. हालांकि, जब सूर्य दोबारा से चमकना शुरू करता है तो इससे आना वाला सीधा प्रकाश रेटिना को डैमेज कर सकता है.
- यदि आप गर्भवती हैं तो आपको ग्रहण नहीं देखना चाहिए क्योंकि यह आपके बच्चे को नुकसान पहुंचा सकता है.
NASA के अनुसार, यह मान्यता इस गलत विचार के चलते है कि पूर्ण सूर्य ग्रहण के दौरान हानिकारक विकिरण उत्सर्जित होते हैं. बता दें कि रिंग ऑफ फायर से आने वाले रेडिएशन पूरी तरह से सुरक्षित हैं. यह रेडिएशन हर कुछ मिनटों में आपके शरीर में कुछ परमाणु न्यूट्रिनो को अवशोषित करके एक अलग आइसोटोप में परिवर्तित हो जाते हैं. यह पूरी तरह से हानिरहित प्रभाव है और यह आपको या गर्भ में पल रहे बच्चे को नुकसान नहीं पहुंचाएगा.