Kota Student Death News: कोटा शहर के जवाहर नगर थाना क्षेत्र में कोचिंग स्टूडेंट की संदिग्ध मौत का मामला सामने आया है. बताया जा रहा है कि उसकी तबियत खराब थी. जिसे दोस्तों ने हॉस्पिटल में भर्ती करवाया था. इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. कोचिंग छात्र परणीत (18) झारखंड का रहने वाला था. कोटा में रहकर जेईई की तैयारी कर रहा था. शव को मोर्चरी में शिफ्ट करा दिया गया है और आज पोस्टमार्टम होगा.
कुछ देर पहले फोन पर हुई थी परिवार से बात
कोटा में गुरुवार रात को कोचिंग छात्र की संदिग्ध मौत हो गई. मृतक छात्र परणीत राय (18) झारखंड के जमशेदपुर निवासी राजीव गांधी नगर स्थित पीजी में रहकर 2 साल से जेईई मेन्स की तैयारी कर रहा था. गुरुवार रात को अपने मित्र के साथ कमरे में खाना खाने गया था. ऑनलाइन खाना ऑर्डर किया ही तभी अचानक उसकी तबीयत खराब हो गई. थोड़ी देर आराम किया, परिजनों से फोन पर बात भी की लेकिन तबीयत अधिक खराब होने पर एंबुलेंस से उसे तलमण्डी स्थित निजी अस्पताल ले गए. जहां ड्यूटी डॉक्टर ने जांच के बाद छात्र परणीत को मृत्यु घोषित कर दिया. सूचना मिलने पर पुलिस भी पहुंच गई. उसके बाद शव एमबीएस अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया था. शुक्रवार को सुबह छात्र के पिता राजीव रंजन राय कोटा पहुंचे देर शाम को पोस्टमार्टम होना था लेकिन आज पोस्टमार्टम होगा.
जेईई मेन्स में स्कोर किए थे 98 पर्सेंटाइल
मृतक छात्र परणीत के पिता राजीव रंजन ने बताया कि मेरा बेटा स्ट्रांग था, 11वीं के बाद उसे कोचिंग में प्रमोशन मिला था, उसने हमेशा अच्छा परफॉर्म किया, इस वजह से वह खुद और सभी घर वाले खुश थे, दो दिन पहले जेईई मेन्स का रिजल्ट आया था, जिसमें उसके 98 पर्सेंटाइल आए थे. पिता ने बताया कि जेईई मेन्स में अच्छे मार्क्स में अच्छे अंक आने से वह भी खुश था और कहा था कि पापा आईआईटी मुंबई कंफर्म है, जब उससे बात हुई थी, तो उसमें अवसाद जैसा कुछ महसूस नहीं हुआ.
पिता ने कहा- पढ़ाई में होशियार था बेटा, कोचिंग में मिला था स्पेशल बैच
पिता ने पुत्र की मौत पर संदेह व्यक्त करते हुए कहा कि पुलिस और प्रशासन इसकी निष्पक्ष जांच करें. रंजन ने पुलिस से दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की गुहार लगाई है. उन्होंने बताया कि उनका बेटा साल 2021 से कोटा में रहकर पढ़ाई कर रहा था, पढ़ाई में होशियार था, कोचिंग वालों ने उसे स्पेशल बैच में रखा हुआ था, आत्महत्या जैसा कदम वह कभी उठा ही नहीं सकता, उसकी मौत कैसे हुई इसकी जांच होनी चाहिए.
क्या कहते हैं पुलिस अधिकारी?
डीएसपी भवानी सिंह ने बताया कि परणीत दो साल से कोटा में रह रहा था. उसकी हेल्थ खराब थी. गुरुवार को उसके दोस्त उसे हॉस्पिटल लेकर गए थे. रात को इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई, आज शव का पोस्टमार्टम करवाया जाएगा.