देश में मौजूदा कोविड-19 स्थिति के बीच आंध्र प्रदेश में कक्षा 10वीं और 12वीं परीक्षा के संचालन के खिलाफ टीडीपी एक जनहित याचिका दायर करेगी. आंध्र प्रदेश में विपक्षी तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) ने राज्य भर में मौजूदा कोविड-19 मामलों में उछाल के बीच कक्षा 10वीं और 12वीं की निर्धारित परीक्षा आयोजित करने के खिलाफ जनहित याचिका दायर करने का फैसला किया है.
पार्टी महासचिव और एमएलसी नारा लोकेश ने घोषणा की कि टीडीपी कोविड-19 संक्रमण से छात्रों की सुरक्षा के लिए 10वीं कक्षा और इंटरमीडिएट परीक्षाओं को तत्काल स्थगित करने या रद्द करने की मांग करने वाली जनहित याचिका दायर करेगी. इस बारे में ली गई राय के मुताबिक 97 प्रतिशत से अधिक लोगों ने अपनी समस्या के लिए कानूनी कदम उठाने की मांग की.
फिर भी राज्य सरकार इस बारे में सकारात्मक नहीं है. केवल तीन प्रतिशत छात्रों ने कहा कि अदालत में जाने की कोई आवश्यकता नहीं है, लेकिन निवारक उपाय करने की आवश्यकता पर बल दिया.आंध्र प्रदेश बोर्ड परीक्षा 2021 के आयोजन के खिलाफ एक जनहित याचिका दायर करने का निर्णय छात्रों, अभिभावकों और पार्टी द्वारा आयोजित 'डिजिटल टाउन हॉल' बैठक में भाग लेने वाले अधिवक्ताओं की राय लेने के बाद लिया गया था.
छात्र अधिकारों को लेकर टीडीपी ने परीक्षाओं को स्थगित करने पर जोर देते हुए, नारा लोकेश ने सीएम वाईएस जगन से कहा कि अगर परीक्षा केंद्रों पर सामूहिक रूप से पहुंचेंगे तो वायरस के संक्रमण का शिकार होने की संभावना बढ़ेगी. मुख्यमंत्री और मंत्रियों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए, लोकेश ने कहा कि आंदोलन सरकार के खिलाफ नहीं था, बल्कि यह छात्रों के जीवन और अच्छे स्वास्थ्य के अधिकारों की सुरक्षा के लिए था. जिसका उल्लंघन परीक्षाओं के संचालन के माध्यम से किया जा रहा है.
सीबीएसई और सीआईएससीई जैसे राष्ट्रीय बोर्डों ने भी देश में मौजूदा महामारी की स्थिति के बीच कक्षा 12 की परीक्षाओं को स्थगित करने और कक्षा 10 की परीक्षा रद्द करने का फैसला किया है. यह निर्णय छात्रों के स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए लिया गया था.