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सरकारी भर्ती की परीक्षा में ChatGPT से नकल, TSPSC पेपर लीक में SIT का खुलासा

पूला रमेश ने अपने भाई पूला रवि किशोर के साथ मिलकर एक परीक्षक के साथ सौदा किया. सौदा यह था कि 10 मिनट के भीतर परीक्षा शुरू होते ही परीक्षक को प्रश्न पत्र की तस्वीर शेयर करनी होगी. दूसरी ओर रमेश तकनीशियनों के साथ बैठकर एआई टूल 'ChatGPT' से इसे हल करता.

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TSPSC Paper Leak Case
TSPSC Paper Leak Case

TSPSC Paper Leak Case: तेलंगाना स्‍टेट लोक सेवा आयोग भर्ती पेपर लीक मामले की SIT जांच से पता चला है कि TSPSC परीक्षा में नकल करने के लिए इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के साथ AI टूल 'ChatGPT' का इस्तेमाल किया गया था. SIT का कहना है कि एग्‍जाम हॉल से प्रश्‍नपत्र की तस्‍वीर लेकर शेयर की गई और दूसरी ओर सवालों को ChatGPT से हल करके कैंडिडेट्स तक पहुंचाया गया है.

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40 लाख में हुआ पेपर लीक का सौदा
जारी जांच से पता चला है कि बिजली विभाग के उप अभियंता पूला रमेश ने  सहायक कार्यकारी अभियंता (एईई) और मंडल लेखा अधिकारी (डीएओ) के पद के लिए सिविल सेवा परीक्षा में उपस्थित होने वाले उम्मीदवारों के साथ सौदा किया था. यह परीक्षा 22 जनवरी और 26 फरवरी तक आयोजित की गई थी. परीक्षा में शामिल हो रहे उम्‍मीदवारों को परीक्षा पास कराने के एवज में 40 लाख रुपये के भुगतान के लिए कहा गया था.

AI टूल से हल हो रहा था पेपर
पूला रमेश ने अपने भाई पूला रवि किशोर के साथ मिलकर एक परीक्षक के साथ और सौदा किया. सौदा यह था कि 10 मिनट के भीतर परीक्षा शुरू होते ही परीक्षक को प्रश्न पत्र की तस्वीर शेयर करनी होगी. दूसरी ओर रमेश तकनीशियनों के साथ बैठकर एआई टूल 'ChatGPT' से इसे हल करता और एक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के माध्यम से परीक्षा दे रहे उम्‍मीदवारों को शेयर करता. 

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49 लोग हो चुके हैं गिरफ्तार
उत्‍तर भेजने वाला इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस बहुत छोटा था और इसे पहचानना मुश्किल था. लेकिन यह ठीक उसी तरह काम करता जैसे एक फोन का उपयोग किया जाता है. SIT ने सोमवार को कथित तौर पर इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की मदद से परीक्षा लिखने वाले प्रशांत, नरेश, महेश और श्रीनिवास को गिरफ्तार किया था. इसके साथ ही मामले में गिरफ्तार लोगों की कुल संख्या अब 49 हो गई है.

 

 

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