UPSC Topper Success Story: संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) ने मंगलवार को सिविल सेवा 2022 परीक्षा का रिजल्ट जारी कर दिया है. मध्यप्रदेश में UPSC परिणाम को लेकर एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. दावा किया जा रहा है कि एक ही रोल नंबर पर दो लड़कियों ने परीक्षा दी, इंटरव्यू दिया और अब दोनों को 184वीं रैंक मिली है. किसका दावा कितना सही है, ये तो जांच के बाद ही पता चलेगा, पर दोनों के घर जश्न मन रहा है.
मामला देवास की आयशा फातिमा और अलीराजपुर की आयशा मकरानी से जुड़ा हुआ है. मामला सामने आने के बाद जब दोनों के एडमिट कार्ड देखे, तो अलीराजपुर की आयशा के एडमिट कार्ड में कुछ गलतियां दिखीं. पहला ये कि देवास वाली आयशा के एडमिट कार्ड पर UPSC का वाटर मार्क भी है, जबकि आलीराजपुर वाली आयशा का एडमिट कार्ड सादे कागज पर प्रिंट आउट जैसा लग रहा है.
दूसरा कारण ये दिखा कि देवास वाली आयशा के एडमिट कार्ड में QR कोड भी है, जिसे स्कैन करने पर वही जानकारी सामने आ रही है जो एडमिट कार्ड में लिखी है. जबकि आलीराजपुर वाली आयशा के एडमिट कार्ड में क्यूआर कोड है ही नहीं.
तीसरा कारण ये कि अलीराजपुर की आयशा मकरानी के एडमिट कार्ड में पर्सनालिटी टेस्ट की तारीख 25 अप्रैल लिखी थी और दिन गुरुवार बताया गया था. वहीं देवास की आयशा फातिमा के कार्ड पर भी पर्सनालिटी टेस्ट की तारीख 25 अप्रैल थी लेकिन दिन मंगलवार था. हकीकत में 25 अप्रैल को मंगलवार ही था. साथ ही अलीराजपुर की आयशा अपने साथ फ्रॉड होने की बात भी कह रही हैं, जबकि देवास की आयशा अपनी इस उपलब्धि को लेकर पूरी तरह कॉन्फिडेंट हैं.
आयशा फातिमा ने देवास के विंध्याचंल स्कूल से 11वीं तक की पढ़ाई कर 12वीं मॉडल पब्लिक स्कूल से पास की है. आयशा के पिता नज़ीरूद्दीन शेख सरकारी शिक्षक हैं और मां स्कूल संचालिका हैं. आयशा अपने माता पिता की दूसरी बेटी हैं. उन्होंने इंजीनियर बनने के लिए JEE एग्जाम पास कर SGSITS कॉलेज, इंदौर से इलेक्ट्रिकल ब्रांच से ग्रेजुएशन किया. हालांकि, मन में कुछ बड़ा करने की इच्छा थी तो UPSC की तैयारी शुरू की. यूपीएससी में शुरुआती 3 असफलताओं के बाद आयशा को वह सब कुछ मिला जिसके लिए उन्होंने इतना इंतजार किया था. अब आयशा IPS बनेंगी.
(भोपाल से शकील खान की रिपोर्ट...)