उत्तर प्रदेश बोर्ड ( UP Board) ने 12वीं के सिलेबस में परिवर्तन किया है. इसी के साथ अब UP Board 12वीं के छात्र नोबेल पुरस्कार विजेता रविन्द्रनाथ टैगोर और पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एस. राधाकृष्णन की लिखीं रचनाएं नहीं पढ़ सकेंगे. दरअसल, यूपी बोर्ड ने इस साल 10वीं और 12वीं अंग्रेजी में NCERT का कोर्स लागू किया है. ऐसे में टैगोर की 12वीं में कहानी द होम कमिंग, डॉ. एस. राधाकृष्णन का निबंध द वुमेन्स एजूकेशन, एएल बाशम का द हेरिटेज ऑफ इंडिया हटा दिया गया है.
इसी तरह 12वीं में आरके नारायण की कहानी एन एस्ट्रोलाजर्स डे और मुकुल राज आनंद की कहानी द लॉस्ट चाइल्ड को भी कोर्ट से हटा दिया गया है. इसके अलावा जॉन मिल्टन और पीबी शैली जैसे बड़े कवि भी नहीं पढ़ाए जाएंगे.
10वीं से हटाईं गईं ये रचनाएं
उधर, 10वीं में सरोजनी नायडू की कविता द विलेज सॉन्ग को कोर्स से हटा दिया गया है. साथ ही सी. राजगोपालाचारी, डब्ल्यूएम रायबर्न और आर. श्रीनिवासन के पाठ भी हटा दिए गए हैं.
किताबें भी हुईं कम
यूपी बोर्ड 12वीं में ग्रामर को छोड़कर पहले चार किताबें थीं, लेकिन अब एनसीईआरटी का कोर्स लागू होने के बाद सिर्फ दो किताबें फ्लेमिंगो व विस्टास पढ़ाईं जाएगी. इसके अलावा 10वीं में दो किताबें 'फर्स्ट फ्लाइट' तथा 'फुटप्रिंट्स विदाउट फीट' ही पढ़ाईं जाएंगी.
12वीं में अब क्या क्या होगा?
फ्लेमिंगो किताब में लास्ट स्प्रिंग (अनीस जंग), डीप वाटर (विलियम डगलस ), 'द लाइफ ऑफ महात्मा गांधी' से लिया गया 'इंडिगो' पढ़ाया जाएगा. इसे लुइस फिशर ने लिखा है. इसके अलावा पोएट्री में कमला दास, पाब्लो नेरुदा और जॉन कीट्स की कविताएं होंगी.
- विस्टास किताब में पर्ल एस. बक का 'द एनमी', तिशानी दोषी, जॉन अपडाइक और काल्की जैसे लेखकों की रचनाओं को शामिल किया गया है.
10वीं में क्या नया होगा?
इसी तरह 10वीं के छात्र अब फर्स्ट फ्लाइट के प्रोज सेक्शन में अफ्रीका के पूर्व राष्ट्रपति नेल्सन मंडेला, एन. फ्रैंक और एंटन चेखोव को पढ़ेंगे. जबकि पोएट्री में रॉबर्ट फ्रॉस्ट, वाट व्हिटमैन और विलियम बटलर येट्स की रचनाओं को जगह दी गई है. सप्लीमेंट्री बुक में 10वीं के छात्र रस्किन बॉन्ड, राबर्ट आर्थर, एचजी वेल्स और केए अब्बास की रचनाएं पढ़ेंगे.