उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती परीक्षा 2024 के पेपर लीक मामले में यूपी पुलिस की एसटीएफ टीम सख्ती से काम कर रही है. आए दिन इस मामले में आरोपियों की धरपकड़ जारी है. इसी कड़ी में पुलिस के हाथ एक और बड़ी सफलता लगी है. पेपर लीक मामले में प्रश्न पत्र को वेयरहाउस से ट्रांसपोर्ट करने वाली कंपनी टीसीआई एक्सप्रेस के तीन कर्मचारी गिरफ्तार कर लिए गए हैं. अभिषेक शुक्ला, शिवम गिरि और रोहित पांडेय नामक तीन आरोपियों को यूपीएसटीएफ ने गाजियाबाद के विजयनगर थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया है.
ट्रांसपोर्ट कंपनी के कर्मचार्रियों ने लीक किया पेपर
गिरफ्तार किए गए आरोपियों से पेपर लीक के पूरे नेटवर्क की अहम जानकारियां सामने आई हैं. यह तीनों कर्मचारी ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन ऑफ़ इंडिया प्राइवेट लिमिटेड टीसीआई एक्सप्रेस में काम करते हैं. गिरफ्तार हुआ आरोपी अभिषेक शुक्ला साल 2021 में ट्रेनिंग एग्जीक्यूटिव के तौर पर यहां काम कर रहा था. इस दौरान अभिषेक की शिवम गिरि से मुलाकात हुई थी. शिवम गिरि टीसीआई एक्सप्रेस के अहमदाबाद के खेड़ा वेयरहाउस में काम करता था. इस दौरान शिवम की रोहित पांडेय से मुलाकात हुई थी, जो साल 2021 से टीसीआई एक्सप्रेस में काम कर रहा था.
पेपर लीक करने के लिए लाखों में दी गई रकम
टीसीआई एक्सप्रेस को ही सिपाही भर्ती का पेपर प्रिंट होने के बाद वेयरहाउस से ट्रांसपोर्ट करने का जिम्मा दिया गया था. रवि अत्री नामक शख्स ने यह जानकारी अभिषेक शुक्ला तक पहुंचाई थी कि सिपाही भर्ती का पेपर आने वाला है. रवि अत्री ने अभिषेक शुक्ला को पेपर आउट करने पर 5 लाख रुपये और काम पूरा होने के बाद 15 से 20 लाख रुपये देने का वादा किया था. पेपर आउट करने में मदद करने वाले शिवम गिरी के अलावा हर मददगार को पांच लाख देने की बात कही गई थी.
लागातर पकड़े जा रहे पेपर लीक के आरोपी
इन तीनों को गिरफ्तार करने के बाद यह जानकारी सामने आई है कि ट्रांसपोर्ट कंपनी के तार भी पेपर लीक मामले से जुड़े हुए हैं. इससे पहले भी यूपी एसटीएफ पेपर लीक मामले में कई आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है. हाल ही में पुलिस ने यह पता लगाया था कि राजधानी दिल्ली में यूपी पुलिस सिपाही भर्ती का पेपर लीक किसने किया था. जांच के बाद पुलिस ने हरियाणा के जींद जिले से महेंद्र शर्मा को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया है और प्रयागराज से पकड़े गए आरोपी भी पुलिस की गिरफ्त में हैं.