UP Police Constable Exam: उत्तर प्रदेश पुलिस कॉन्स्टेबल भर्ती 2024 परीक्षा पेपर लीक की अफवाह फैलाने का मामला सामने आया है. इस मामले में उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड ने सपा के पूर्व मंत्री यासर शाह समेत 7 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज कराई है. यूपी पुलिस भर्ती बोर्ड ने हुसैनगंज थाने में एफआईआर दर्ज कराई है. एफआईआर में कहा गया है कि कुछ शरारती तत्वों द्वारा इस परीक्षा की शुचिता पर अनावश्यक लांछन लगाए जाने के उद्देश्य से विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पेपर लीक हो गया कि अफवाह फैलाते हुए दुष्प्रचार किया जा रहा है. इन लोगों का मकसद गलत अफवाह फैलाना व भर्ती के अभ्यर्थियों को धोखा देकर फर्जी पेपर के बदले धन की उगाही करना है.
बोर्ड ने कहा कि अभ्यर्थियों के साथ धोखाधड़ी एवं छल की कोशिश है और उनके भविष्य को धूमिल करने की कोशिश है. यासर शाह पर आरोप है कि उन्होंने पेपर लीक की आधारहीन अफवाह फैलाई है. एफआईआर के मुताबिक समाजवादी पार्टी नेता और पूर्व मंत्री यासर शाह ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट 'X' (पहले ट्विटर) @yasarshah_sp से पेपर लीक का असत्य, अपमानजनक पोस्ट किया है.
कौन हैं यासर शाह?
मटेरा विधानसभा सीट से विधायक रह चुके सपा नेता यासर शाह 46 साल के हैं. यासर बहराइच सदर सीट से पांच बार के विधायक पूर्व कैबिनेट मंत्री डॉक्टर वकार अहमद शाह के बेटे हैं. इनकी मां रुबाब सईदा पेशे से अध्यापक होने के साथ बहराइच जिला पंचायत की पूर्व अध्यक्ष और बहराइच लोकसभा क्षेत्र से समाजवादी पार्टी के टिकट पर सांसद भी रह चुकी हैं. यासर शाह ने अलीगढ़ विश्वविद्यालय से स्नातक और लखनऊ टेक्निकल यूनिवर्सिटी से एमबीए की डिग्री हासिल की है.
सपा नेता पर इन धाराओं में हो सकती है कार्रवाई
एफआईआर में लिखा है, 'यासर शाह S/o डॉ. वकार अहमद शाह समेत कई लोग अलग-अलग ग्रुप, अकाउंट्स, बैंक डिटेल यथा QR Code बनाकर उनके माध्यम से आपराधिक रूप से धन की उगाही करने व यूपी शासन की छवि धूमिल करने का प्रयास कर रहे हैं. इनके इस कृत्य से अभ्यर्थियों के मध्य आक्रोश पैदा होने से कानून व्यवस्था पर भी खराब प्रभाव पड़ने की संभावना है. इनकी यह कोशिश पहली नजर में भारतीय न्याय संहिता-2023 की धारा 318(4), 336 (3), 338 एवं 340 (2) और उत्तर प्रदेश सार्वजनिक परीक्षा (अनुचित साधनों का निवारण) अध्यादेश-2024 की घारा 13 के तहत दंडनीय अपराध है. अध्यादेश-2024 के तहत पेपर लीक में दोषी पाए जाने पर आजीवन कारावास तक और एक करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा
साइबर सेल के साथ UP STF भी करेगी जांच
टेलीग्राम एप पर 11 चैनलों पर पेपर लीक से जुड़े मैसेज वायरल किए गए हैं और पेपर के बदले क्यूआर कोड भेज कर मोटी रकम मांगी गई है. टेलीग्राम पर चल रहे चैनल @upp paper leak 2024, @PROOF OF STUDENT, @VENOM के अलावा आदित्य तोमर के टेलीग्राम अकाउंट से फर्जी प्रश्नों को वायरल कर रुपयों की मांग की जा रही है. फर्जी पेपर भेज कर रकम वसूलने की कोशिश में शोएब नबी सोफी, हरीश कुमार भगत, मनु कुमार, कपिल और सिद्धार्थ कुमार गुप्ता की यूपीआई आईडी शामिल हैं. इसके अलावा डिलाइट इंटरप्राइजेज फर्म का भी क्यूआर कोड शेयर किया गया है. बैंक डिटेल के जरिए पुलिस इन तक पहुंचने की कोशिश कर रही है. इस मामले की पूरी तह तक जाकर जांच करने के लिए साइबर सेल के साथ एसटीएफ को भी लगाया गया है.
शुक्रवार से शुरू हो रही इस परीक्षा में उत्तर प्रदेश के साथ-साथ 26 राज्य और आठ केंद्र शासित प्रदेशों के अभ्यर्थी शामिल होंगे. जानकारी के अनुसार, यूपी के अलावा, अन्य राज्यों के करीब 6,30,481 अभ्यर्थी यूपी पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा में शामिल होंगे. इनमें सबसे ज्यादा अभ्यर्थी 2,67,296 बिहार के हैं. इसके बाद मध्य प्रदेश के 98,400, राजस्थान के 97,276, हरियाणा के 74,767, दिल्ली के 42,260, झारखंड के 17,112, उत्तराखंड के 14,627, पश्चिम बंगाल के 5512, पंजाब के 3404 और महाराष्ट्र के 3151 अभ्यर् शामिल हैं.
बता दें कि उत्तर प्रदेश में पुलिस कॉन्स्टेबल के कुल 60,244 पदों पर भर्ती 2024 के लिए 23, 24, 25, 30 और 31 अगस्त 2024 को दो-दो शिफ्ट में परीक्षा आयोजित की जाएगी. एक शिफ्ट में करीब 2616 अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल होंगे. परीक्षा को शुचिता पूर्ण ढंग से कराने के लिए नौ स्टेटिक मजिस्ट्रेटों की तैनाती गई है. साइबर थाने को जिले का कंट्रोल रूम बनाया गया है. बड़ी संख्या में पुलिस बल और सीसीटीवी कैमरों से निगरानी रखी जारी रही है. यूपी सिपाही भर्ती परीक्षा के लिए करीब 40 लाख से अधिक उम्मीदवारों ने आवेदन किया है.